बांग्लादेश में हंगामे के बाद पीसीबी ने अभ्यास के दौरान पाक का झंडा फहराने की अनुमति मांगी
नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) से ढाका में अपने अभ्यास सत्र के दौरान पाकिस्तानी झंडा फहराने की औपचारिक अनुमति मांगी।
बांग्लादेश 19 नवंबर से 8 दिसंबर के बीच तीन टी20 अंतर्राष्ट्रीय और दो टेस्ट मैचों के लिए पाकिस्तान की मेजबानी करने के लिए तैयार है। टी20 सीरीज ढाका में खेली जाएगी, जबकि टीमें चटोग्राम में पहला टेस्ट खेलने के बाद दूसरे टेस्ट के लिए बांग्लादेश की राजधानी लौटेंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मेहमान टीम पिछले तीन दिनों से ढाका में अभ्यास कर रही है।
डेली जंग की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीबी बुधवार को बाद में इस मामले पर अपने फैसले के बारे में पाकिस्तान क्रिकेट अधिकारियों को सूचित करेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अभ्यास सत्र पर कोई नाराजगी नहीं जताई है और न ही कोई विरोध प्रदर्शन किया है।
पूछे जाने पर पीसीबी के एक प्रवक्ता ने कहा कि द्विपक्षीय सीरीज के दौरान आमतौर पर दोनों देशों के झंडे जमीन पर प्रदर्शित होते हैं, इसलिए अगर कोच अभ्यास सत्र के दौरान अपना झंडा फहराने का फैसला करते हैं तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है, बांग्लादेशी सोशल मीडिया पर इस मामले पर व्यापक रूप से चर्चा होने के बाद झंडा फहराने की औपचारिक अनुमति मांगी गई थी। हालांकि, नेटिजन्स ने इस प्रथा पर आपत्ति जताई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आलोचकों ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक तनाव का हवाला देते हुए कहा कि अभ्यास के दौरान पाकिस्तानी झंडा फहराना एक राजनीतिक संदेश देता है।
बीसीबी अगर पीसीबी को अनुमति देने से इनकार करता है, तो पाकिस्तानी क्रिकेट अधिकारी फैसले की समीक्षा करेंगे और टीम प्रबंधन को इसकी जानकारी देंगे।
पाकिस्तान के अंतरिम कोच सकलैन मुश्ताक ने सितंबर में न्यूजीलैंड सीरीज से पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अभ्यास शुरू किया था, जो मध्यपूर्व में हाल ही में समाप्त हुए टी20 विश्व कप में जारी रहा। विश्व कप के आधिकारिक मेजबान भारत ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई।
मुश्ताक ने टी20 वल्र्ड कप के दौरान कहा था कि टीम देश का प्रतिनिधित्व करती है और झंडे की मौजूदगी एक प्रतीकात्मक याद दिलाती है कि 22 करोड़ लोग हमारे साथ हैं।
विदेशी मीडिया के मुताबिक, बीसीबी के मीडिया सेल ने कहा है कि वह इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा।