15 सितंबर को 5 असम उग्रवादी समूहों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद
गुवाहाटी । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में 15 सितंबर को नई दिल्ली में असम के पांच आदिवासी उग्रवादी संगठनों के साथ त्रिपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। असम गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पांच आदिवासी आतंकवादी समूहों के साथ त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जो अब सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते के तहत हैं।
पांच विद्रोही संगठन ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी, असम के आदिवासी कोबरा मिलिटेंट्स, बिरसा कमांडो फोर्स, संथाल टाइगर फोर्स और आदिवासी पीपुल्स आर्मी हैं। इन समूहों के सौ से अधिक कार्यकर्ता अब अस्थायी रूप से नामित शिविरों में रह रहे हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया: “माननीय केंद्रीय एचएम श्री अमित शाह जी की उपस्थिति में 15 सितंबर 2022 को नई दिल्ली में अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर करने के संबंध में, वर्तमान में संघर्ष विराम के तहत विद्रोही आदिवासी समूहों के साथ बैठक की। मैं समझौते पर निश्चित रूप से हस्ताक्षर से असम में शांति और सद्भाव के एक नए युग की शुरूआत होगी।”
एनडीएफबी के चार गुटों के कुल 1,615 कार्यकतार्ओं ने पिछले साल 30 जनवरी को केंद्र सरकार के साथ 27 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में अमित शाह की मौजूदगी में बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद हथियार डाल दिए थे।