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GST छापेमारी के खिलाफ व्‍यापारियों के समर्थन में आए अखिलेश, बोले-उत्‍पीड़न नहीं मदद करे सरकार

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव यूपी के अलग-अलग जिलों में जीएसटी छापेमारी को लेकर परेशान व्‍यापारियों के समर्थन में आ गए हैं। उन्‍होंने कहा कि जीएसटी और अन्य विभागों द्वारा उत्पीड़नकारी कार्यवाहियों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। व्यापारियों के उत्पीड़न के बजाय उनके व्यापार को बढ़ाने में मदद की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यहां व्यापारियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के बाद कौन देशी-विदेशी उद्यमी यहां उद्योग लगाने आएगा? पहले भी भाजपा सरकार कई इन्वेस्टर्स मीट कर चुकी है पर निवेश कहां आया? भाजपा सरकार एक ओर तो प्रदेश की तरक्की के लुभावने सपने दिखाती है, वहीं दूसरी ओर देश की अर्थव्यवस्था में मुख्य भागीदारी निभाने वाले व्यापारी वर्ग का उत्पीड़न करने में पीछे नहीं हैं। पांच साल बाद उसे होश आया और अब उद्यमों के विकास के लिए विदेशी उद्यमियों से मदद मांगने जाना पड़ रहा है। यहां के उद्यमियों को छापों से भयाक्रांत किया जा रहा है।

वहीं समाजवादी पार्टी व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय गर्ग ने जीएसटी और अन्य विभागों के नाम पर दुकानदारों व व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर की जा रही छापेमारी के खिलाफ समाजवादी पार्टी व्यापार सभा द्वारा आंदोलन और संघर्ष करने की घोषणा की है। उन्होंने यूपी सरकार से तत्काल छापेमारी, सर्वे और व्यापारियों पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने की मांग की।

जीएसटी विभाग विभाग की प्रवर्तन इकाई ने बीते दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डेटा विश्लेषण से प्रदेश में 2558 ऐसे व्यापारी चिन्हित किए जिनकी खरीद, बिक्री व नियमानुसार देय कर भुगतान मिसमैच था। ऐसी गड़बड़ियों का गहन अध्ययन करने के बाद जोन वार रणनीति के साथ कार्यवाही की जा रही है। राज्य कर विभाग की कार्यवाही के दौरान केवल इन्हीं चिन्हित व्यापारियों की ही जांच की गई। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह कार्यवाही विशेष अभियान का हिस्सा नहीं है।

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