निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दी गई
नई दिल्ली। देश को झकझोर देने वाले निर्भया सामूहिक एवं हत्या मामले के चारों दोषियों विनय शर्मा, मुकेश सिंह, अक्षय ठाकुर और पवन गुप्ता को शुक्रवार तड़के पांच बजकर 30 मिनट पर यहां तिहाड़ जेल में फांसी दी गई।
दोषियों की फांसी टलवाने की सारी कोशिश नाकाम हो गई। दिल्ली हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्भया के दोषियों की फांसी के खिलाफ याचिका गुरूवार और शुक्रवार की आधी रात को ठुकरा दी जिसके बाद अब निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दे दी गई।
https://twitter.com/ANI/status/1240791520044707840
फांसी के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि आज वह बहुत खुशी महसूस कर रही हैं क्योंकि उनकी बेटी को आखिरकार इंसाफ मिल गया। उन्होंने कहा कि निर्भया की मां होने के नाते आज वह गर्व महसूस कर रही है। सात साल पहले जो घटना हुई उससे लोग और देश शर्मसार हुआ था लेकिन आज न्याय मिला है।
निर्भया के पिता ने कहा कि देर से ही सही उनको न्याय मिला। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक पिता होने का कर्त्तव्य निभाया है। इंसाफ के लिए दर दर की ठोकरें खाई है लेकिन आखिरकार इंसाफ मिला।
गौरतलब है कि चारों दोषी- मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर को पहली बार निर्भया गैंगरेप केस में साल 2013 में मौत की सजा सुनाई गई थी। आपको बता दें कि साल 2012 में दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में चलती बस में 23 वर्षीय पैरा-मेडिकल छात्रा के साथ 6 दरिदों ने सारी हदें पार करते हुए उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। निर्भया को इलाज के लिए देश से बाहर भी ले जाया गया, लेकिन वह नहीं बच पाई। इस झकझोर देने वाली घटना के बाद पूरा देश सड़कों पर उतर आया था।
पहली बार एक साथ चार दोषियों को फांसी
तिहाड़ जेल में यह पहला मौका था जब एक साथ चार दोषियों को फांसी दी गई. इससे पहले 2013 में अफ़ज़ल गुरु को फांसी हुई थी। सन 1982 में एक साथ दो लोगों रंगा और बिल्ला को तिहाड़ जेल में ही फांसी दी गई थी। निर्भया मामले में जेल में अब तक आठ बार डमी फांसी हुई और चार बार डेथ वारंट जारी हुए हैं।