नेपाल में विमान हादसे में सभी यात्रियों की मौत, मलबे से निकाले गए 14 लोगों के शव, 4 भारतीयों समेत 22 लोग थे सवार
नेपाल (Nepal) के पर्यटक शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटना का शिकार हुए तारा एयर (Tara Air) के विमान का मलबा मिल गया है. नेपाली सेना ने मस्टैंग में थासांग-2 के सानोसवेयर में तारा एयर का दुर्घटनाग्रस्त विमान ढूंढ निकाला है. इस बीच विमान में सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई है. इस बात की पुष्टि नेपाली सेना ने की है. विमान में चार भारतीय भी सवार थे. इससे पहले खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण विमान का पता लगाना मुश्किल हो रहा था. इस विमान ने राजधानी काठमांडू से 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित पोखरा (Pokhra) से सुबह सवा दस बजे उड़ान भरी थी.
बचाव दलों के साथ सैनिक और हेलीकॉप्टर संभावित घटनास्थल का पता लगाने में जुटे हुए थे. विमान को पश्चिमी पर्वतीय इलाके में जोमसोम हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन पोखरा-जोमसोम हवाई मार्ग पर घोरेपानी के ऊपर आसमान में विमान का टॉवर से संपर्क टूट गया. ‘तारा एअर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान में चार भारतीय नागरिक, दो जर्मन नागरिक और 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे. कनाडा द्वारा निर्मित विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम जा रहा था. दोनों शहरों के बीच विमान यात्रा में आम तौर पर 20-25 मिनट लगते हैं.
विमानन कंपनी ने यात्रियों की सूची जारी की है, जिसमें भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष त्रिपाठी और ऋतिका त्रिपाठी के रूप में की गई है. यह परिवार मौजूदा समय में मुंबई के नजदीक ठाणे में रह रहा था. पोखरा हवाई अड्डे के सूचना अधिकारी देव राज अधिकारी के हवाले से बताया गया कि चालक दल के सदस्यों का नेतृत्व कैप्टन प्रभाकर प्रसाद घिमिरे कर रहे थे। उत्सव पोखरेल सह चालक और किसमी थापा विमान परिचारिका के रूप में विमान के चालक दल में शामिल थीं.