देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने रविवार को कहा कि पिछले सालों के मुकाबले इस बार भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के मद्देनजर चार धाम यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गयी हैं।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि कोविड के कारण पिछले दो साल बाधित रही चारधाम यात्रा में इस साल यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। राज्य के विकास के लिए भी चारधाम यात्रा को अति महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि यात्रियों को पेयजल, ठहरने और स्वास्थ्य संबंधी सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सभी विभाग एवं संबंधित जिला प्रशासन आपसी समन्वय से काम कर रहे हैं।
रतूड़ी के साथ मौजूद प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा में लगभग 4500 पुलिस बल, छह कम्पनी, राज्य आपदा प्रतिवादन बल की 25 उप टीम और 57 पर्यटन पुलिस केंद्र सहित पर्याप्त व्यवस्था की गयी है।
कुमार ने बताया कि शनिवार तक उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 16 लाख को पार कर चुकी है, जबकि यहां डेढ़ लाख से ज्यादा वाहन इस यात्रा में आ चुके हैं। गौरतलब है कि चारधाम यात्रा का आरंभ तीन मई से हुआ था।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि वर्ष 2019 में उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड 34 लाख यात्री आए थे, लेकिन इस साल मात्र एक माह में यह संख्या 16 लाख के पार पहुंच गयी है।
उन्होंने कहा पर्यटन विभाग द्वारा पहली बार यात्रियों की सुरक्षा के लिए आॅनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, ताकि धामों की धारण क्षमता के अनुरूप ही लोग वहां पहुंचें। हालांकि, बिना पंजीकरण के आ रहे लोगों की सुविधा के लिए भी राज्य में 18 भौतिक पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं। जावलकर ने बताया कि पहली बार यात्रा मार्ग पर निरंतर निगरानी बनाए रखने के लिए निगरानी कैमरे लगाए गए हैं। धामों में यात्रियों की संख्या का सटीक आकलन करने के लिए विशेष कैमरे स्थापित किए गए हैं।