जीवनशैलीस्वास्थ्य

एलोवेरा में होते हैं एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल के गुण

नई दिल्ली : एलोवेरा में 18 धातु, 15 एमीनो एसिड और 12 विटामिन मौजूद होते हैं। इसकी तासीर गर्म होती हैं। यह बहुत पौष्टिक होता है। इसका सेवन उतना ही लाभप्रद होता है जितना की इसे बाहरी त्वचा पर लगाना। इसकी कांटेदार पत्तियों को छीलकर एवं काटकर रस निकाला जाता है।

अगर 3-4 चम्मच रस सुबह खाली पेट ले लिया जाए तो दिन-भर शरीर में शक्ति व चुस्ती-स्फूर्ति बनी रहती है। एलोवेरा में एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण होते है। छोटी-मोटी चोट, जलने-कटने पर व किसी कीड़े के काटने पर जेल को लगाया जा सकता है। एलोवेरा खून में शर्करा के स्तर को बनाए रखता है। बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द व फटी एडियों के लिए यह लाभप्रद है। एलोवेरा का सेवन खून की कमी को भी दूर करता है और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

आम के फायदे तो बहुत सारे होते हैं लेकिन आम के छिलकों का कोई कम महत्व नहीं है। जी हां, आम के छिलकों में भी सेहत का राज छुपा है। इसका खाने से लेकर स्किन केयर तक आप आराम से लाभ उठा सकते हैं। अक्सर कई लोग छिलकों को फेंक देते हैं लेकिन इसका उपयोग जानने के बाद आप छिलकों को नहीं फेकेंगे। एंटीआॅक्सीडेंट – आम से अधिक पोषक तत्व आम के छिलकों में होता है। उसमें मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले हानिकारक नुकसान को कम करने में मदद करता है। गौरतलब है कि फ्री रेडिकल्स अंगों को प्रभावित करने के साथ ही आँखें, दिल और त्वचा को भी नुकसान पहुंचा सकता है। झुर्रियों में पाएं राहत – आम के छिलकों को सुखाकर उसे बारिक महिन पीस लें। इसके बाद उसमें गुलाबजल मिलकार चेहरे पर लगाने से झुर्रियां कम पड़ जाएगी और धीरे – धीरे आएगी। फुंसियों से पाएं छुटकारा – अगर आपके चेहरे पर फुंसी के दाग पड़ गए है तो आम के छिलकों का पेस्ट बनाकर उसे लगा लें। थोड़े दिन में दाग हल्के पड़ जाएंगे। टैनिंग को मिटाएं – आम के छिलकों में मौजूद विटामिन सी को अपने हाथों और पैर पर या अन्य टैनिंग की जगह पर मलें। 15 से 20 मिनट तक जरूर रखें। इसके बाद गुनगुने पानी से धो लें। करीब एक महीने तक ऐसा करते रहें। पहले से काफी फर्क नजर आएगा। खाद का काम – जी हां, आम के साथ अन्य फल और सब्जियों के छिलकों का प्रयोग भी खाद बनाने के लिए किया जाता है।

आम के छिलकों में विटामिन, बी 6, ए और सी के साथ ही कॉपर, फोलेट भी अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं। आम के छिलकों में पौधों को मिलने वाला फाइबर मौजूद होता है। जैविक खाद के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। कैंसर में सहायक – अक्सर आम खाने के दौरान उसके छिलके निकाल देते हैं। फिर कहते हैं आप से क्या फायदा होता है। अगर छिलके नरम है तो जरूर खाएं। छिलके में मौजूद तत्वों से कैंसर से बचाव में राहत मिलेगी।

Related Articles

Back to top button