एल्युमीनियम का काम करने वाला जसवीर बना करोड़पति, निकली 2.5 करोड़ की लाटरी
मोगा: कहते हैं कि जब भगवान देता है तो छप्पड़ फाड़ कर देता है। यही कहावत बाघापुराना के रहने वाले जसवीर सिंह पर सटीक बैठी है। जसवीर की गांव माड़ी मुस्तफा में एल्युमीनियम की चुगाठां ओर अन्य समान बनाने की दुकान है। बता दें कि गांव माड़ी मुस्तफा में एल्युमीनियम का काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले जसवीर सिंह को उस समय हैरानी हुई, जब उस की नागालैंड स्टेट की 2. 5 करोड़ रुपये की लाटरी निकल आई और इस तरह से जसबीर सिंह रातों रात करोड़पति बन गया। लाटरी निकलने का पता लगते ही जसवीर सिंह के घर बधाईं देने वालों का ताता लगा रहा।
जसवीर सिंह ने बताया कि हमारे परिवार में खुशी का माहाैल है। उन्होंने बताया कि मैंने निहाल सिंह वाला रोड पर काका लॉटरी स्टाल से 1 नवंबर को डियर 500 बीआई. मैथिली लॉटरी का टिकट नंबर ए261876 रुपये 500 का खरीदा था जिस का ड्रा 5 नवंबर को निकला जो कि उस की लाटरी लगी है। जसवीर सिंह ने बताया कि वह गरीब परिवार से संबंधित है, दुकान का किराया भी बहुत मुश्किल से निकलता था और गुजारा करना भी बहुत मुश्किल था। हमारी परमात्मा ने सुन ली है, हम सारा परिवार परमात्मा का शुकराना करते हैं। वह और उसका परिवार काफी गरीबी से होकर गुजरे हैं पर इस लाटरी की वजह से उनकी गरीबी अब खत्म हो गई है ओर उसने कहा कि यह लाटरी टिकट शिवम लॉटरी, मोगा से खरीद की थी। उसने कहा कि उसका बिजनेस में मदद करने वाला कोई नहीं था और उसने 4-5 लाख रुपये का लोन भी अपना काम चलाने के लिए लिया था।
उसने यह भी कहा कि कोई भी उसका फोन नहीं उठाता था और अब उसे कई फोन आ रहे हैं कि मैं उनकी माली सहायता करूं। उसने आगे कहा कि वह इस जीती लॉटरी की टिकट के साथ अपने 2 बच्चों को अच्छी पढाई करवाएगा और अपने काम को ओर आगे बढ़ाएगा, फिलहाल परिवार में खुशी का माहौल है। लाटरी विजेता जसबीर सिंह और उसकी पत्नी रेशमा रानी ने खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर उनके परिवार मैंबर अनिल मालेवाल, सुरिन्दर सिंह, वीरपाल कौर, रेशमा, रजनी शामिल थे। यह लकी टिकट स्टॉकिस्ट बनोट इंटरप्राइजेज, लुधियाना के जरिए बेचा गया। डियर लॉटरी के प्रवक्ता ने कहा कि अकेले अक्टूबर महीने में ही डियर लॉटरी के जरिए 26 करोड़ गारंटीशुदा प्रथम पुरस्कार जीते गए।