‘यूक्रेन संकट के बहाने एशिया-प्रशांत की शांति व स्थिरता को बर्बाद कर रहे अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया’
बीजिंग। अमेरिकी व्हाइट हाऊस ने 5 अप्रैल को अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया त्रिपक्षीय सुरक्षा साझेदारी संबंध के नेताओं का बयान जारी कर कहा कि वे उच्च सुपर-सोनिक हथियार का अनुसंधान करेंगे। इसकी चर्चा में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिच्येन ने 6 अप्रैल को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि त्रिपक्षीय सुरक्षा साझेदारी संबंध ‘एंग्लो सैक्सन’ सर्कस है, जिसका मकसद एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक दूसरा नाटो की स्थापना करना है। प्रवक्ता चाओ ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया तीन देशों ने यूक्रेन संकट के बहाने एशिया प्रशांत की सुरक्षा और स्थिरता की रक्षा करने के बहाने उच्च सुपर-सोनिक हथियार का विकास करने की घोषणा की।
अमेरिका और ब्रिटेन ने ऑस्ट्रेलिया को परमाणु पनडुब्बी प्रदान करेंगे। ये सब नाभिकीय अप्रसार के खतरे को बढ़ाएंगे, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय परमाणु अप्रसार प्रणाली को क्षति पुहंचाएंगे, एशिया-प्रशांत की सैन्य होड़ को तीव्र बनाकर इस क्षेत्र की शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाएंगे। एशिया-प्रशांत देशों को सतर्क रहना चाहिए।