रूस के Mi-17 हेलिकॉप्टर को अमेरिका गुपचुप उड़ा रहा, इस तरह खुली पोल
वॉशिंगटन। वैश्विक प्रतिद्वंदी अमेरिका और रूस अब भी शीतयुद्ध वाली मानसिकता से बाहर नहीं आए हैं। ये दोनों देश एक दूसरे के हथियारों, सेना, अर्थव्यवस्था और चुनाव में ज्यादा से ज्यादा दखल देने की कोशिश करते रहते हैं। यह बात अलग है कि दोनों देशों का यह काम इतना गुप्त होता है कि आम लोगों की नजरों में शायद ही कभी आता है। इस बीच अमेरिका से आई एक हेलिकॉप्टर की तस्वीर ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया हुआ है। Mil Mi-17 नाम का यह हेलिकॉप्टर रूस में बना हुआ है। लेकिन, कट्टर दुश्मन देश अमेरिका में इसकी मौजूदगी ने पूरी दुनिया के कान खड़े कर दिए हैं।
बताया जा रहा है कि Mi-17 हेलिकॉप्टर को अमेरिकी सेना की सीक्रेट यूनिट उड़ा रही थी। इस दौरान उत्तरी कैरोलिना से गुजरते समय तकनीकी परेशानी के कारण इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी। पायलट ने इस हेलिकॉप्टर को एक खाली खेत में उतारा। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर दी। हालांकि, कुछ ही घंटे बाद अमेरिकी सेना का एक बेल 407 हेलिकॉप्टर खराब हुए पार्ट्स को बदलने के लिए पहुंचा। इंजीनियर्स ने तकनीकी खामी को दूर किया और दोनों हेलिकॉप्टर फिर अपने सफर पर उड़ गए।
हेलिकॉप्टर के उतरने वाली जगह के खेत के मालिक डैन मूर ने पूरे घटनाक्रम को साझा किया है। द ड्राइव को उन्होंने बताया कि रूसी निर्मित एमआई-17 हेलिकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग के बाद, एक गहरे भूरे रंग की बेल 407 हेलिकॉप्टर रिप्लेसमेंट पार्ट्स लेकर पहुंचा था। मूर वर्तमान में सिविल एयर पेट्रोल के सदस्य हैं। कई साल तक बतौर पायलट काम करने वाले मूर ने बताया कि मई में इन हेलीकॉप्टरों के साथ उनका सामना भी हुआ था। उन्होंने इस कहानी को इस सप्ताह प्रकाशित एयर फैक्ट्स एविएशन जर्नल के एक अंश में अधिक विस्तार से साझा किया है।
मूर ने कहा कि मुझे अपने पड़ोसी का फोन आया, जिसमें कहा गया था, ‘अरे, क्या आप जानते हैं कि आपके सामने वाले यार्ड में एक हेलीकॉप्टर है?’ इस पर मैंने जवाब किया कि “रुको, क्या? एक हेलीकॉप्टर? मेरे यार्ड में? मैं उलझन में था। मुझे लगा कि किसी ने मेरे खेत में आपातकालीन लैंडिंग की है। “उत्तरी कैरोलिना में रहते हुए, मेरे आस-पास के हवाई क्षेत्र में बहुत सारी सैन्य गतिविधियां होती रहती हैं। ऐसे में मुझे लगा कि पता नहीं क्या हुआ है? यह किस तरह का हेलिकॉप्टर है। इसलिए मैं वहां परिस्थिति को देखने के लिए पहुंचा।”
उन्होंने कहा कि आपातकालीन लैंडिंग किया हेलिकॉप्टर एमआई-17 था। जिसके ऊपरी भाग को भूरे और मटमैले रंग में कैमोफ्लाज की तरह पेंट किया गया था। मूर ने इस हेलीकॉप्टर से जो तस्वीरें और वीडियो लिए हैं, उनमें कोई स्पष्ट रूप से स्पष्ट चिह्न नहीं है जिससे यह पता चल सके कि ऑपरेटर कौन है।हालांकि, इसमें कई सैन्य विशेषताएं थीं, जिसमें कॉकपिट के दाईं ओर एक सेंसर बॉल टरेट साथ ही दोनों साइड सप्लाईमेंट आर्मर पैनल लगे हुए थे। इसकी टेल बूम एंटेना में कवर की गई थी, जिसमें एक प्लेटर-टाइप भी शामिल है जो आमतौर पर हाई फिक्वेंसी सैटेलाइट कम्यूनिकेशन (SATCOM) सिस्टम से जुड़ा होता है।
मूर ने कहा कि उन्होंने अपने पड़ोसी से हेलीकॉप्टर के पायलट क्रू को अपना फोन नंबर दिया। जल्द ही पायलट क्रू के चीफ का फोन आया, जिन्होंने स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एमआई-17 को आपकी प्रापर्टी पर तब तक रहना होगा जब तक इसकी मरम्मत नहीं हो जाती। जिसपर मूर ने कहा कि खलिहान में एक सफेद ट्रक है। उसमें चाबियां हैं। अपनी जरूरत की चीजें लेने के लिए शहर में जाएं। खलिहान में सभी टूलिंग और आपूर्ति के साथ एक पूरी मशीन की दुकान है। दुकान खुली है, जाओ कौन से उपकरण प्राप्त करें तुम्हें चाहिए। मैं दो घंटे में वहां पहुंच जाऊंगा।
जिसके बाद सेना का एक हेलिकॉप्टर इंजीनियर्स की टुकड़ी के साथ वहां पहुंचा। उनके साथ कई स्पेयर पार्ट्स भी थे। उन्होंने जल्द से जल्द हेलिकॉप्टर में आई तकनीकी खामी को दूर कर लिया और देखते ही देखते दोनों हेलिकॉप्टर एक के बाद एक कर हवा में उड़ गए। उनके वहां से उड़ते ही धूल का बड़ा गुबार पूरे इलाके में छा गया।