अमेरिकी कंपनी Wiz ने गूगल के अधिग्रहण प्रस्ताव ठुकराया, 23 अरब डॉलर की थी डील
नई दिल्ली : सर्च इंजन गूगल के अमेरिकी क्लाउड साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप Wiz को खरीदने की योजना को बड़ा झटका लगा है। Wiz ने गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet की टेकओवर बोली को ठुकरा दिया है। यह डील 23 अरब डॉलर (लगभग 1,922 अरब रुपये) की थी। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक Wiz के सह-संस्थापक असफ रैपापोर्ट ने डील को लेकर कहा कि ऐसे प्रपोजल को ना कहना कठिन है।
सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने संभावित डील को छोड़ने के कारणों के रूप में अविश्वास और निवेशक चिंताओं को गिनाया है। अब कंपनी का फोकस आईपीओ और राजस्व बढ़ाने पर है। विज के संस्थापकों ने पहले सुरक्षा स्टार्टअप Adalom बनाया था। इस स्टार्टअप ने Sequoia और Index से पैसा जुटाया और 2015 में कारोबार को माइक्रोसॉफ्ट को 320 मिलियन डॉलर में बेच दिया।
बता दें कि Wiz की स्थापना 2020 में हुई थी और यह रैपापोर्ट के तहत तेजी से विकसित हुआ है। Wiz के वजूद में आने के तुरंत बाद कोविड महामारी आ गई। कर्मचारियों को दूर से काम करने में मदद करने के लिए कंपनियां क्लाउड-आधारित सॉफ़्टवेयर और इंफ्रा को अपनाने लगीं। इस बदलाव से Wiz को बड़ा फायदा हुआ। अपनी स्थापना के एक साल से भी कम समय के बाद Wiz ने $100 मिलियन के फंडिंग राउंड की घोषणा की। यह कंपनी मई में एक आईपीओ लाने की योजना बना रही थी। Wiz ने 18 महीनों में वार्षिक राजस्व $100 मिलियन तक पहुंचाया और यह पिछले वर्ष $350 मिलियन तक पहुंच गया।
बता दें कि Google ने 2022 में 5.4 बिलियन डॉलर में साइबर सुरक्षा कंपनी मैंडिएंट का अधिग्रहण किया। Google का सबसे बड़ा सौदा 2012 में 12.5 बिलियन डॉलर में हार्डवेयर निर्माता मोटोरोला का अधिग्रहण है। कंपनी ने 2014 में उस खरीद से प्राप्त परिसंपत्तियों को $2.9 बिलियन में लेनोवो को बेच दिया। Google ने हाल ही में बिक्री सॉफ्टवेयर निर्माता हबस्पॉट का अधिग्रहण करने के लिए बातचीत समाप्त की।