राष्ट्रपति बाइडेन के करीबी बने भारत में अमेरिकी राजदूत, जानिए कौन हैं एरिक गार्सेटी
नई दिल्ली : अमेरीकी सीनेट ने दो साल से भारत में अमेरिकी राजदूत के खाली पद पर एरिक गार्सेटी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। गार्सेटी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के करीबी रहे हैं। 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के दौरान गार्सेटी ने बाइडेन के संकटमोचक के तौर पर भूमिका निभाते हुए उनका इलेक्शन कैम्पेन भी संभाला था।
वह लॉस एंजिल्स के दो बार मेयर भी रह चुके हैं। मेयर बनने से पहले उन्होंने साल 2006 से लेकर 2012 तक लॉस एंजिल्स सिटी काउंसिल के अध्यक्ष पद की भी जिम्मेदारी संभाली थी।
4 फरवरी 1971 को लॉस एंजिल्स में ही जन्मे गार्सेटी क्लाइमेट मेयर्स नाम की संस्था के को फाउंडर भी हैं। इस संस्था का उद्देश्य ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम करना है। अमेरिका के सभी मेयर इस संस्था के मेंबर हैं। भारत के नए राजदूत बनने जा रहे गार्सेटी दुनिया भर के 97 शहरों के नेटवर्क C-40 सिटीज के भी अध्यक्ष हैं।
यह संस्था भी क्लाइमेट चेंज पर सख्त कदम उटाने के लिए जाना जाता है। इसमें भारत के कई शहर जुड़े हैं, जिनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और जयपुर भी शामिल हैं। गार्सेटी को जुलाई 2021 में ही बाइडेन ने भारत के राजदूत के रूप में नामित कर दिया था लेकिन सीनेट ने अब मुहर लगाई है।
गार्सेटी राजनीति विज्ञान और शहरी नियोजन के विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने 1992 में जॉन जे स्कॉलर के रूप में कोलंबिया विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री हासिल की है। उन्होंने इसी यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल अफेयर्स में एमए की डिग्री ली है।
उन्होंने ऑक्सिडेंटल कॉलेज और यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया (यूएससी) में अध्यापन कार्य भी किया है। गार्सेटी ने 12 वर्षों तक यूनाइटेड स्टेट्स नेवी रिजर्व में एक अधिकारी के रूप में भी काम किया। गार्सेटी ने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स में पीएचडी में भी दाखिला लिया था लेकिन उसे पूरा नहीं कर सके।
उनके पिता, गिल ने लॉस एंजिल्स काउंटी के 40वें जिला अटॉर्नी के रूप में दो कार्यकालों में सेवा की। उनकी पत्नी, एमी ऑक्सफोर्ड में साथी रोड्स स्कॉलर थीं। यहीं पर दोनों की पहली मुलाकात हुई थी। इस दंपति की शादी जनवरी 2009 में हुई थी और वे एक गोद ली हुई बेटी के माता-पिता हैं।