जंग के बीच हमास ने दो इजरायली महिलाओं को किया रिहा, बतायी ये वजह
गाजा जेरुशलम । इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग हालांकि भयावह रूप ले चुकी है लेकिन, दोनों खेमों की तरफ से बीच-बीच में दरियादिली भी सामने आ रही है। फिलिस्तीनी हमास आतंकवादी समूह की सशस्त्र शाखा ने दो और बंधकों को रिहा किया। इससे पहले बीते शुक्रवार को हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को रिहा किया था। हमास ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसने मिस्र-कतरी मध्यस्थता प्रयासों के जवाब में दो महिला नागरिक बंदियों को रिहा कर दिया है।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि रिहा की गईं दोनों बुजुर्ग महिला इजरायली थीं। रेडक्रॉस ने भी इसकी पुष्टि की है। बंधकों की पहचान इज़रायली मीडिया द्वारा नीर ओज़ के इज़रायली किबुत्ज़ के योचेवेद लिपशिट्ज़ और नुरिट कूपर के रूप में की गई।
सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू उबैदा ने टेलीग्राम पर कहा कि पिछले शुक्रवार से दुश्मन (इजरायल) द्वारा वृद्ध महिजाओं को स्वीकार करने से इनकार करने और हमारे कैदियों के मुद्दे की उपेक्षा के बावजूद हमने बंदियों की रिहाई सुनिश्चित की है। हमास ने बयान में कहा है कि हमने दोनों महिलाओं को मानवीय और खराब स्वास्थ्य कारणों से रिहा करने का फैसला किया।
वहीं, रेडक्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति का कहना है कि हमास के आतंकवादियों ने गाजा पट्टी में बंदी बनाए गए दो बंधकों को रिहा कर दिया है। यह दूसरी बार था जब समूह ने 7 अक्टूबर को इज़रायल में सीमा पार से हुई खूनी घुसपैठ में पकड़े गए बंधकों को मुक्त कराया है। बंधकों की पहचान इज़रायली मीडिया द्वारा नीर ओज़ के इज़रायली किबुत्ज़ के योचेवेद लिपशिट्ज़ और नुरिट कूपर के रूप में की गई।
इजरायल ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की है। माना जाता है कि इस्लामिक आतंकवादी समूह ने 200 से अधिक लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें अपुष्ट संख्या में विदेशी और दोहरे नागरिक शामिल हैं। हमास ने शुक्रवार को दो अन्य बंधकों एक अमेरिकी मां और बेटी को रिहा कर दिया था।