आज शाम अमित शाह आएंगे भोपाल, पार्टी नेताओं के साथ करेंगे बैक टू बैक बैठकें
भोपाल : मप्र विधानसभा चुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे वैसे राजनैतिक पार्टियों की सक्रियता भी बढ़ने लगी है।फिर चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी ।हर कोई गेंद अपने पाले में करने और वोटरों को योजनाओं-घोषणा से लुभाने की रणनीति बना रहा है। एक तरफ आज बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने किसानों के लिए बड़े ऐलान कर सियासी हलचल तेज कर दी है, वही दूसरी तरफ आज शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल आ रहे है। वे यहां दो दिन रहेंगे और नेताओं के साथ बैक टू बैक बैठकें करेंगे।
चुनाव से पहले शाह भोपाल दौरा काफी अहम माना जा रहा है। खबर है कि शाह यहां संगठन से जुड़े तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें चुनावी रणनीति पर मंथन होगा। शाह रात 8 बजे बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में शामिल होंगे ।इस बैठक में चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, मप्र चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित तमाम सीनियर नेता मौजूद रहेंगे। संभावना है कि बैठक में नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के साथ कोई बड़ा फैसला भी लिया जा सकता है। नेताओं को कोई बड़ा और नया टास्क भी दिया जा सकता है।
पिछली बैठक का लेंगे फीडबैक, इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
सुत्रों की मानें तो पिछले दिनों अपने भोपाल प्रवास में अमित शाह ने राज्य के नेताओं को खास हिदायतें दी थी, उस पर कितना और किस तरह काम किया गया, इसकी भी समीक्षा हो सकती है।
बीजेपी के प्रदेश चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी के अलावा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक की नियुक्ति हो चुकी है, आने वाले दिनों में अन्य समितियों की नियुक्तियां को लेकर भी फैसला हो सकता है।
बीजेपी जल्द ही रानी कमलापति रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित बंसल वन की बिल्डिंग में अपना इलेक्शन वॉर रूम तैयार कर सकती है, इस बिल्डिंग में मीडिया, आईटी जैसे दफ्तर संचालित किए जा सकते हैं।
इस मीटिंग में एमपी बीजेपी के चुनावी मुद्दे तय हो सकते है। अमित शाह, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, अश्विन अश्विनी वैष्णव और नरेंद्र सिंह तोमर की तैयार कार्ययोजना को अंतिम रूप दे सकते हैं।
खबर है कि चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में भाजपा कई समितियों का भी गठन करने जा रही है,इसे बुधवार शाम को होने वाली बैठक में मंथन के बाद 27 जुलाई को जारी किया जा सकता है। इन समितियों में प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को लेकर अलग-अलग नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी।
इस काम के लिए कई बड़े नेताओं को जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। केंद्रीय नेतृत्व के प्रवास कार्यक्रम, विशेष संपर्क अभियान,घर-घर झंडा,कमल दीपावली,प्रचार प्रसार विधानसभा फीडबैक,वाहन सत्कार,मीडिया, मीडिया मॉनिटरिंग, सोशल मीडिया,कॉल सेंटर चुनाव आयोग,हर प्रत्याशी पूर्व विधानसभा तक नामांकन भरने के लिए जरूरी निर्देश सहायता उपलब्ध कराने वाली समिति, प्रदेश कार्यालय में निर्वाचन संबंधी शिकायतों कंट्रोल रूम के इंचार्ज,माइक्रो मैनेजमेंट कार्यालय संबंधी समिति मतदान अभियान जैसी इन समितियों का गठन हो सकता है।