जम्मू-कश्मीर में अमित शाह का तीसरा दिन, पुलवामा में जवानों के साथ रात गुजारेंगे गृह मंत्री
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह सोमवार को जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिन के दौरे के आखिरी दिन पुलवामा के सीआरपीएफ कैंप गए और वहां पर जवानों के मुलाकात की. इससे पहले गृह मंत्री डल लेक गए जहां उन्होंने शानदार लेजर शो और म्युजिकल फाउंटेन का लुत्फ लिया. साथ ही शाह माता खीर भवानी मंदिर भी गए और वहां पूजा-अर्चना की.
पिछले दिन से जम्मू-कश्मीर के दौरे के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने विकास की कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया तो सीमा से सटे गांव गए और वहां के लोगों से मिले. यही नहीं सुरक्षा बलों के कैंप का भी दौरा किया. तीसरे दिन अमित शाह ने पुलवामा में लेथपोरा में सीआरपीएफ कैंपस का दौरा किया और वहां सैनिक सम्मेलन को संबोधित भी किया.
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ समय बिताना चाहता था, उनसे मिलकर उनके अनुभव और कठिनाइयों को जानना और जज़्बे को देखना चाहता था. इसलिए पुलवामा के लेथपोरा सीआरपीएफ कैंप में अपने बहादुर जवानों के साथ भोजन किया व आज का रात्रि विश्राम भी कैंप में जवानों के साथ करूंगा.’
अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने कहा कि जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे तब भारत कहां होगा, ये वर्ष इसके लक्ष्य तय करने का वर्ष है. आज मैं आपको कोई लक्ष्य देने नहीं आया हूं, लेकिन इन लक्ष्यों की पूर्ति तभी हो सकती है जब हम अपने देश को नापाक दृष्टि से देखने वालों से इसे सुरक्षित कर लें और ये काम CAPF ही कर सकती है.
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने CAPF के जवानों व उनके परिवार के लिए ढेरों काम किए हैं. हमने आयुष्मान CAPF कार्ड शुरू किया है,और मेरा आग्रह है कि हर जवान को दो कार्ड दिए जाएं, एक वो अपने पास रखे और दूसरा उसके परिवार के पास रहे. सुरक्षाबलों के परिवार की चिंता हमारी जिम्मेदारी है.रैपिड एक्शन फोर्स की तारीफ करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि जब हमारे देश के किसी भी प्रदेश में कोई हिंसा या घटना होती है तो वहां के मुख्यमंत्री सबसे पहले CRPF की रैपिड एक्शन फोर्स मांगते हैं, यह CRPF की विश्वसनीयता को दिखाता है. हमें इस परंपरा को और आगे बढ़ाना है.
अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी जो पहले आम बात थी आज अदृश्य हो गई है. आतंकवाद के प्रति मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है. हम आतंकवाद को सहन नहीं कर सकते हैं. कश्मीर की जनता की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि देश हित में धारा 370 हटने के बाद घाटी में हिंसा की अटकलें लगाई जाती थी, लेकिन CRPF की मुस्तैदी के कारण कहीं पर किसी को एक गोली भी नहीं चलानी पड़ी ये हम सभी के लिए बहुत गर्व का विषय है. आपकी मुस्तैदी के कारण ही बिना रक्तपात के आज जम्मू-कश्मीर में विकास के नए युग की शुरुआत हुई है.
पुलवामा कैंप में आने से पहले अमित शाह ने श्रीनगर स्थित प्रसिद्ध डल लेक का भी दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लेक पर आयोजित म्युजिकल फाउंटेन और लेजर शो का भी आनंद लिया. साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर पर्यटन द्वारा आयोजित ‘हाउसबोट फेस्टिवल’ का उद्घाटन भी किया.