ऋषिकेश घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी को सख्त कार्रवाई करने के दिए निर्देश
ऋषिकेश: उत्तराखंड से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है। पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित गंगा भोगपुर के वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्य करने वाली अंकिता भंडारी (19) के गायब होने के मामले में लक्ष्मणझूला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने अंकिता की हत्या किये जाने की पुष्टि कर दी है। रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया। मुख्य आरोपित हरिद्वार के भाजपा नेता का बेटा ही निकला। पुलिस ने रिसॉर्ट संचालक समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में पता चला है कि अंकिता ने रिसॉर्ट का भेद खोलने की धमकी आरोपियों को दी थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पौड़ी जनपद के यमकेश्वर ब्लॉक अंतर्गत राजस्व क्षेत्र गंगाभोगपुर स्थित वनंतरा रिसॉर्ट में श्रीकोट गांव, पट्टी नांदलस्यूं, जनपद पौड़ी गढ़वाल निवासी अंकिता भण्डारी 19 पुत्री वीरेंद्र सिंह भण्डारी रिसेप्शनिस्ट के रूम में काम करती थी। लेकिन बीती 18 सितंबर को वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। 19 सितंबर को रिसॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस को तहरीर दी। राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में गुमशुदगी का मुकदमा पंजीकृत किया गया।
क्षेत्रवासियों का लगातार दबाव बनने पर डीएम पौड़ी ने बीती 22 सितंबर को मामला लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया। एक दिन बाद ही पुलिस ने मामला वर्कआउट कर दिया। शुक्रवार को अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल ने लक्ष्मणझूला थाने में पत्रकारों को घटना की जानकारी दी। बताया कि 18 सितंबर रात्रि को ही लापता रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया।
मुख्य आरोपित रिसॉर्ट संचालक ही निकला है। तीनों आरोपित पुलिस को भी गुमराह कर रहे थे। बताया कि धारा 302,201 और 120 बी में केस दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया है। यह भी जानकारी दी कि बीते रोज ही मामले में छह लोग को हिरासत में लेते हुए पुलिस ने रिसॉर्ट में ताला लगा दिया। पुलिस के मुताबिक 18 सितंबर रात्रि को रिसॉर्ट में पुलकित और अंकिता के बीच विवाद हो गया था। जिस पर पुलकित, अंकित और सौरभ दो दुपहिया वाहनों पर बैठकर उसे मनाने के लिये ऋषिकेश लेकर आने लगे। बैराज चौकी से करीब सवा किलोमीटर पहले तीनों चीला नहर के किनारे बैठकर शराब पीने लगे।
इस बीच फिर अंकिता और पुलकित के बीच फिर विवाद होने लगा। अंकिता ने रिसॉर्ट का भेद खोलने की धमकी दे डाली। जिस पर पुलकित ने अंकिता का मोबाइल नहर में फेंक दिया। दोनों के बीच हाथापाई होने लगी। जिस पर तीनों ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। नहर में गिरने के बाद वह दो बार तेज बहाव में ऊपर आकर चिल्लाई और कुछ देर बाद बह गई। एएसपी पौड़ी शेखर सुयाल ने बताया कि इस मामले में हत्या का मामला दर्ज करते हुए लक्ष्मणझूला पुलिस ने एक टीम चीला नहर क्षेत्र में भेजी है। एसडीआरएफ की टीम चीला शक्तिनहर में शव की तलाश में रेस्क्यू कर रही है।
पुलिस ने ऐसे किया मामले का खुलासा
पुलिस के पास मामले की जांच पहुंचने के बाद सभी बयानों को इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग और मोबाइल सर्विलांस के जरिये जांचा गया। आरोपियों ने बताया था कि वे 18 सितंबर को ऋषिकेश से घूमकर आने के बाद अपने-अपने कमरे में सोने चले गए थे। पुलिस ने ऋषिकेश जाने के दौरान रास्ते के सीसीटीवी फुटेज जांचे।
बैराज पर लगे सीसीटीवी कैमरे से पुष्टि हुई। इसमें चार लोग जाते हुए दिखाई दिए। मगर, लौटते समय सिर्फ तीन लोग ही सीसीटीवी में कैद हुए। पुलिस ने इसके बाद पुलकित सहित तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। सख्ती से पूछताछ की, तो बताया कि रास्ते में किसी बात को लेकर अंकिता से झगड़ा हो गया था। इसके बाद आरोपियों ने अंकिता भंडारी को पहाड़ी से गंगा में धक्का दे दिया। हालांकि, हत्या के पीछे क्या कारण रहे, इसकी जांच अभी पुलिस कर रही है।
तीनों आरोपी गिरफ्तार- डीजीपी अशोक कुमार
राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, “यह बहुत ही दुखद घटना है। लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र के पास एक प्राइवेट रिसॉर्ट है। उसमें श्रीकोट गांव की एक लड़की काम करती थी। वह 5 दिन से गायब चल रही थी। यह इलाका राजस्व पुलिस का क्षेत्र पड़ता है। उसमें रेगुलर पुलिस का हस्तक्षेप नहीं है।” उन्होंने आगे बताया, “राजस्व पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज हुई थी, जो बीते दिन ही रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर हुई है। 24 घंटे में लक्ष्मण झूला पुलिस ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य सहित तीन आरोपियों ने गिरफ्तार कर लिया है। आगे की कार्यवाही की जा रही है।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी को सख्त कार्रवाई करने के दिए निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि सचिवालय में पुलिस महानिदेशक को ऋषिकेश घटना को लेकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिस किसी ने ये जघन्य अपराध किया है, उसे हर हाल में कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पुलिस अपना कार्य कर रही है। पीड़िता को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।