एक और हुआ अहमदाबाद जैसा प्लेन क्रैश, लुइसविले एयरपोर्ट से उड़ान भरते आग का गोला बन गई फ्लाइट, इतने लोगों की मौत

नई दिल्ली: अमेरिका के केंटकी राज्य में बुधवार को UPS का एक कार्गो विमान टेकऑफ़ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे पूरा इलाका दहशत में आ गया। लुइसविले मुहम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही यह विमान धरती पर गिरा और कुछ ही क्षणों में आग का विशाल गोला बन गया। भीषण विमान हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई है। आसमान में उठते काले धुएं के बाद इलाके में आपात स्थिति घोषित कर दी गई।
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान MD-11 मॉडल का था, जो कार्गो ट्रांसपोर्ट के लिए बनाया गया है। UPS की पुष्टि के मुताबिक, हादसे के समय विमान में तीन क्रू मेंबर सवार थे। हादसे की जांच अब नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की निगरानी में की जा रही है।
आग के बाद अफरातफरी, हवाई क्षेत्र बंद
विमान के जमीन से टकराते ही ज़ोरदार धमाका हुआ और आग ने पास के इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत एयरपोर्ट का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और आसपास के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का आदेश दिया। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में एयरपोर्ट के पास से उठता घना धुआं साफ़ दिखाई दे रहा है।
केंटकी के गवर्नर ने जताया दुख
राज्य के गवर्नर एंडी बेशियर ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए बताया कि कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11 लोग घायल हैं। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत दुखद दिन है। राहत और बचाव दलों ने जिस तेजी से काम किया है, वह सराहनीय है। हालांकि इलाके में अभी भी ज्वलनशील पदार्थों की मौजूदगी के कारण खतरा बरकरार है।”
UPS के लिए बड़ा झटका
यह हादसा UPS के लिए बेहद चिंताजनक है, क्योंकि लुइसविले एयरपोर्ट कंपनी का वैश्विक हब है। यहां मौजूद ‘वर्ल्डपोर्ट’ केंद्र दुनिया के सबसे बड़े पार्सल प्रोसेसिंग हब में से एक है, जो लगभग 50 लाख वर्ग फीट में फैला हुआ है। यहां रोजाना करीब 12,000 कर्मचारी दो मिलियन पार्सल की हैंडलिंग करते हैं। ऐसे में इस घटना ने कंपनी के संचालन और सुरक्षा प्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
विमान का इतिहास
MD-11F कार्गो विमान मूल रूप से मैकडॉनेल डगलस द्वारा डिजाइन किया गया था और बाद में इसका उत्पादन बोइंग ने संभाला। UPS, FedEx और Lufthansa Cargo जैसी बड़ी कंपनियां इस मॉडल का उपयोग करती हैं। जिस विमान से यह हादसा हुआ, वह 1991 में निर्मित था और लंबे समय से कार्गो सेवा में सक्रिय था।
दुर्घटना के कारणों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन शुरुआती अनुमान के मुताबिक, टेकऑफ़ के तुरंत बाद विमान में तकनीकी खराबी आई हो सकती है। जांच एजेंसियां अब ब्लैक बॉक्स और इंजन डेटा का विश्लेषण कर रही हैं ताकि हादसे की असली वजह सामने लाई जा सके।



