श्रीलंका में हो रही इस काम के लिए भारत सरकार और पीएम मोदी की तारीफ
कोलंबो । भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) बेहद इस समय बेहद खराब आर्थिक हालातों (Economic Crisis) से जूझ रहा है और वहां दिन ब दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। देश में पेट्रोल, डीजल व दवाओं (Petrol, Diesel-Medicines) समेत रोजमर्रा के उपयोग की तमाम चीजों की किल्लत हो गई है। इसके साथ ही वहां राजनीतिक संकट भी जारी है। भारत ने इन मुश्किल हालात में श्रीलंका की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। जिसके लिए यहां के लोग भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की खुलकर तारीफ करते देते जा रहे हैं।
श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा (Arjuna Ranatunga) ने अपने देश के हालात पर भारत की तारीफों के पुल बांधे हैं। रणतुंगा ने कहा कि ‘भारत हमारा बड़ा भाई रहा है। वो पेट्रोल और दवाओं जैसी हमारी जरूरतों का ख्याल रख रहे हैं। भारत हमारी बहुत मदद कर रहा है।’ पीएम मोदी की तारीफ करते हुए रणतुंगा ने कहा, “पीएम मोदी जाफना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को शुरू करने के लिए अनुदान देने के लिए बहुत उदार थे। भारत हमारे लिए एक बड़ा भाई रहा है … वे पेट्रोल और दवाओं जैसी हमारी जरूरतों को देख रहे हैं … भारत हमारी बड़ी मदद कर रहा है।”
वहीं, दूसरी ओर रणतुंगा ने अपनी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ‘दुर्भाग्य से, ये लोग COVID को भी ठीक से नहीं संभाल पाए और अहंकारी व अति आत्मविश्वासी रुख दिखाया। अगर राष्ट्रपति को लगता है कि वह इसे संभाल नहीं सकते, तो वह पद छोड़ सकते हैं। हम दुनिया भर में पैसे की भीख मांग रहे हैं। सौभाग्य से ऐसे देश हैं जो हमारी मदद कर रहे हैं, मुख्य रूप से भारत।’ उन्होंने और तमाम अन्य लोगों ने यहां कहा कि जनता प्रदर्शनों में केवल दूध पाउडर, गैस, चावल, पेट्रोल जैसी बुनियादी चीजें मांग रही है। जो हिंसा हो रही है, मैं उससे सहमत नहीं हूं। देश पिछले 2 साल में एक बड़े संकट में चला गया है, वे COVID का बहाना बना सकते हैं लेकिन दुनिया इससे गुजर चुकी है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका के हालात बदतर हो चुके हैं। स्थिति यह है कि श्रीलंका ने अपने कई देशों में दूतावासों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। श्रीलंका ने नार्वे की राजधानी ओस्लो और इराक की राजधानी बगदाद में अपने दूतावास को बंद किया है। इसके साथ ही श्रीलंकाई सरकार ने आस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में भी अपने वाणिज्य दूतावास को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।