लखनऊ

आर्यकुल कालेज ऑफ ऐजुकेशन ने टीचर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम विषय पर किया वेबिनार का आयोजन

लखनऊ : आर्यकुल कालेज ऑफ ऐजुकेशन ने देशव्यापी लाॅकडाउन के वर्तमान संकटपूर्ण दौर में अपने छात्रों को लाभान्वित करने के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया। यह वेबिनार लविवि से जुड़े वरिष्ठ प्रो.दिनेश कुमार द्वारा टीचर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम विषय पर आयोजित किया गया। प्रो.दिनेश ने बेबनार पर आर्यकुल के बी.एड. और बी.टी.सी. के छात्र छात्राओं को शिक्षकों के गुण विशेष और पढ़ाने की क्षमता और स्वयं भी सीखते रहने की बातों को मुुख्य रूप से चर्चा में रखा।

प्रो.दिनेश ने कहा कि अच्छा शिक्षक बनने के लिए शिक्षकों को भी समय के साथ अपने शिक्षा ज्ञान में परिवर्तन और जनरल जानकारी से रूबरू होना आवश्यक है। उन्होंने वर्तमान आईटी के दौर में शिक्षकों को विभिन्न प्रकार के शैक्षिक सॉफ्टवेयर और नयी दौर की किताबों के ज्ञान की विशेष जानकारी हासिल करने की सलाह दी। शिक्षकों को अनुशासन के बारे में बताते हुए श्री दिनेश ने कहा कि एक अच्छे शिक्षक को अपनी कक्षा और अपने जीवन में अनुशासन का पालन जरूर करना चाहिए जिससे बच्चों पर पढ़ाई का दबाव बन सके।

कभी कभी कुछ क्लास में कुछ बच्चों के मानसिक स्तर को समझने की भी जरूरत भी होती है क्योंकि ऐसा नहीं होता कि प्रत्येक बच्चे का पढ़ाई और समझने का स्तर एक समान हो ऐसी परिस्थिति में उस छात्र छात्रा पर विशेष ध्यान दिया जाना एक अच्छे शिक्षक की नैतिक जिम्मेदार है।

प्रो.दिनेश ने शिक्षा और स्वास्थ्य को जोड़ते हुए शिक्षा के क्षेत्र में स्वास्थ्य का महत्व पर भी बच्चों को बताया कि एक अच्छा शिक्षक अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ ही उसकी दैनिक दिनचर्चा में वर्तमान में हो रहे योग और सादा भोजन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बतायी। इसके साथ ही श्री दिनेश ने समाचार अपडेट की कुछ साख जानकारी देते हुए कहा कि सभी को पूरी दुनिया में हो रहे समाचारों से अपडेट जरूर होना चाहिए और क्लास में उसकी बच्चों के साथ चर्चा भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना काल में सभी को अपने घर में पढ़ाई का समय निर्धारित होने पर बल दिया और अभी इस संकम्रण के बारे में जानकारी न होने पर सोशल डिस्टेंसिंग और अरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की भी चर्चा की।

इस विशेष वेबिनार में कालेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने भी छात्र छात्रओं को सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का परिवर्तन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि एक अच्छा शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा तभी दे सकता है जब वह स्वयं भी प्रतिदिन नयी किताबों, इंटरनेट आदि से समाज व विषय के नये आयामों से नया सीख सके। इस वेबिनार में पूजा पाठक,प्रणव पाण्डेय,विनीता दीक्षित,डाॅ.गौरव मिश्रा,स्वाती श्रीवास्तव,अर्चना कश्यप, अर्पित नाथ,प्रिया गौड़ उपस्थित रही।

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