तेजस्वी के बाहर जाते ही लालू को आई बड़े बेटे की याद, तेज प्रताप को मिलने के लिए बुलाया
नई दिल्ली: राजद में मचे घमासान के बीच पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के बुलावे पर बड़े बेटे तेज प्रताप यादव सोमवार को राबड़ी आवास पहुंचे। तेज प्रताप ऐसे समय पर राबड़ी आवास पहुंचे जब उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव राजद प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के लिए कुशेश्वरस्थान निकले हुए थे। लालू प्रसाद ने राबड़ी देवी के साथ बैठकर तेज प्रताप को राजनीतिक गुर सिखाया। माता, पिता के साथ तेज प्रताप ने घंटों बात की। उन्होंने अपने दिल की पूरी भड़ास निकाल दी। उसके बाद उनका मन शांत हुआ।
बता दें कि लालू यादव लगभग तीन वर्ष के बाद रविवार को दिल्ली से पटना आए हैं। पटना आने के बाद लालू जब राबड़ी आवास पहुंचे तो तेज प्रताप को बाहर ही रोक दिया गया था। नाराज तेज प्रताप अपने आवास के बाहर यह कहकर धरने पर बैठ गए थे कि जब तक पिताजी (लालू यादव) उनके घर नहीं आएंगे, वह पूरी रात धरने पर बैठे रहेंगे। इसके बाद राजद अध्यक्ष अपने बड़े पुत्र के बगावती तेवर को देखते हुए मां एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ रविवार देर रात मिलने पहुंचे थे।
लालू यादव के पटना आने के बाद एयरपोर्ट से साथ आये तेज प्रताप को राबड़ी आवास में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई। वह आवास के गेट से लौट गये और ऐलान कर दिया कि जब तक प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पार्टी से नहीं निकालेंगे, तब तक हमारा राजद से कोई मतलब नहीं है। तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर आरोप लगाया कि पटना एयरपोर्ट पर उन्होंने हमें धक्का देकर बाहर जाने को कहा। राजद, छात्र व युवा राजद के गुंडों द्वारा भी हमें धकेला गया। जगदानंद सिंह आरएसएस के आदमी हैं और हम बहुत बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली से निकलने के पहले ही मां और पिताजी से फोनकर आग्रह किया कि हमारे आवास से पांच मिनट होते हुए जाइये। लेकिन वहां भी शायद जगदानंद सिंह ने मना कर दिया। यह बहुत ही बड़ा खुशी का मौका था। सबको एक होने का मौका था। आरोप लगाया कि लेकिन जगदानंद और संजय यादव नहीं चाहते कि हमलोग एक साथ रहें।