कानून-व्यवस्था को लेकर अश्विनी शर्मा का पंजाब सरकार पर बड़ा हमला, दिया यह बयान
पठानकोट: पंजाब सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस एक वर्ष में सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुकी है। जिसकी पहली मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में कानून-व्यवस्था इतनी बुरी तरह से चरमरा गई है कि सरकार को बनाने के लिए जनता ने जिस प्रकार से अपना समर्थन दिया था उस जनता के दिल में भी अब यह भय बैठ गया है कि क्या वह ‘आप’ सरकार के कार्यकाल में सुरक्षित हैं? उन्होंने एक वर्ष के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि प्रदेश में हत्याएं, फिरौतियों के मामले में बढ़ौत्तरी हुई है। पंजाब के लोग आज हर तरफ से डर और भय के माहौल में जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से जेल से गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई की ओर से निजि चैनल को साक्षात्कार दिया गया है और सरकार क्लीन चिट्ट दे रही है, लेकिन सरकार को यह स्पष्टीकरण देना ही होगा कि आखिर यह साक्षात्कार बठिंडा जेल से कैसे हो गया। उन्होंने अजनाला मामले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस सरकार की पुलिस अपने थाने तक सुरक्षित नहीं कर पाई, वह आमजन को क्या सुरक्षा देगी। उन्होंने जेल में हुए गैंगस्टरों की हत्याओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिस प्रकार से पंजाब की जेलों में हत्याएं हो रही हैं, उससे विकास की क्या उम्मीद की जा सकती है। अश्विनी शर्मा ने कहा कि सरकार के कार्यकाल का यदि मुल्यांकन किया जाए तो यह सरकार कानून-व्यवस्था में पूरी तरह से फेल है, विकास कार्यों में पूरी तरह से फेल है और इसके साथ जो पांच गारंटियां दी थी उन्हें भी लागू न कर पाने के चलते पूरी तरह से फेल है।
पंजाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार का एक वर्ष पूरे होने पर रिपोर्ड कार्ड पेश करते हुए कहा कि ‘मास्टर दा मुंडा फेल हो गया है’। सरकार के एक वर्ष के शासन में राज्य की कानून-व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है। अश्वनी शर्मा ने जिलाध्यक्ष विजय शर्मा की अध्यक्षता में मीडिया को संबोधित करते हुए सी.एम. मान से सवाल किया कि अगर राज्य के ऐसे हालातों में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक होती है, तो बदतर स्थिति कैसी होती है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि आप सरकार के सत्ता संभालती ही मोहाली में स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस की मुख्य ईमारत तथा तरनतारन के सरहली थाने पर रॉकेट लांचरों से हमला किया गया। इसके बाद विश्व प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की अति-आधुनिक हथियारों से अपराधियों द्वारा दिन-दिहाड़े हत्या कर दी गई, जो कि पंजाब सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान है और सिद्धू मूसेवाला के पिता आज तक अपने बेटे की हत्या का इन्साफ मांग रहे हैं और विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे हैं। अमृतसर में पुलिस के सामने सरेबाज़ार शिव सेना नेता सुधीर सूरी की हत्या कर दी गई। गैंगस्टरों द्वारा जेल के अंदर गैंगवार करते हुए गोइंदवाल साहिब की जेल में आपसी लड़ाई में जेल के अंदर ही दो कत्ल कर दिए गए और इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई। अब नए मामले में जेल के अंदर बंद गैंगस्टर की इंटरवियु ली गई है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि केजरीवाल और भगवंत मान व् इनके विधायकों को सत्ता संभालने के वक्त पता था कि पंजाब पर 2.75 लाख करोड़ का कर्ज़ है, तो विधानसभा चुनाव में केजरीवाल द्वारा पंजाब की जनता को दी गई गारंटियां जनता के साथ धोखा नहीं है? क्या जनता के वोट बटोर कर सत्ता हासिल करने के आप नेताओं ने जनता के साथ झूठ बोला? भगवंत मान कहते हैं कि पिछली सरकारों ने इतना कर्जा छोड़ा है। शर्मा ने सवाल किया कि भगवंत मान बताएं कि आपने एक साल में क्या किया? आपने ने एक साल में 43,000 करोड़ का नया कर्जा क्यों लिया?
अमृतपाल जैसे लोग अपने साथियों के साथ हथियारों के बल पुलिस अधिकारीयों की मौजूदगी में पुलिस थाने व कचहरी परिसर में कब्ज़ा कर लिया और पुलिस वालों के साथ बहुत ही बेरहमी से मारपीट की गई, जिसमें पुलिस अधिकारी व कई अन्य पुलिस कर्मी घायल हुए और अमृतपाल अपने साथी तूफ़ान को छुड़ा ले गया। अपने इस कारनामे के बाद अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार को चैलेन्ज किया कि अगर दम है तो सरकार उस पर मामला दर्ज करके दिखाए और अगर सरकार ने मामला दर्ज किया तो यह सब फिर से दोहराया जाएगा। लेकिन पंजाब सरकार ने अभी तक अमृतपाल या उसके किसी भी साथी के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं किया। इसका स्पष्ट मतलब है कि भगवंत मान सरकार ने अमृतपाल सिंह व उसके साथियों के सामने घुटने टेक दिए हैं।