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गुजरात, महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण हुए हादसों में कम से कम 9 लोगों की मौत

नयी दिल्ली. महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) में वर्षा (Rain) के कारण हुए हादसों में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई तथा हजारों लोगों को बाहर निकाला गया और उन्हें आश्रय स्थलों में रहना पड़ा। मुंबई और उसके उपनगरों में मंगलवार सुबह भारी बारिश हुई और कुछ ही घटों में शहर के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई और कुछ स्थानों पर यातायात बाधित हो गया। पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी बारिश हुई, जबकि राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में हल्की से मामूली बारिश हुई। राज्य में सबसे अधिक आठ सेंटीमीटर बारिश माउंट आबू और प्रतापगढ़ में हुई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश होने के बाद मंगलवार सुबह तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, शहर के कई हिस्सों में जलजमाव के कारण यातायात प्रभावित हुआ।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 93 प्रतिशत रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मंगलवार सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में दिल्ली में दो मिमी बारिश दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में बारिश होने के कारण लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली। हालांकि, शहर में बुराड़ी और जसोला सहित कई जगह जलजमाव के कारण यातायात प्रभावित हुआ। मध्य दिल्ली में भी जलजमाव के कारण यातायात धीमा रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में मंगलवार को आमतौर पर बादल छाए रहने के साथ ही हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। अधिकतम तापमान के 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। गुजरात के कई हिस्सों में मंगलवार को भी भारी बारिश जारी रही और पिछले 24 घंटे में बारिश संबंधी घटनाओं में और छह लोगों की जान चली गई। अधिकारियों के अनुसार राज्य में बारिश संबंधी घटनाओं में एक जून से अभी तक 69 लोगों की जान जा चुकी है।

आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से कुल 27,896 लोगों को निकाला गया, जिनमें से 18,225 अब भी आश्रय गृह में है और बाकी अपने घर लौट गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण गुजरात के जिलों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश जारी है तथा सौराष्ट्र क्षेत्र में कच्छ तथा राजकोट के कुछ इलाकों में सोमवार रात से भारी बारिश हो रही है। ‘स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर’ (एसईओसी) के अनुसार, कच्छ के अंजार तालुका में मंगलवार सुबह छह बजे से छह घंटे में 167 मिमी बारिश हुई, जबकि जिले के गांधीगनगर तालुका में 145 मिमी बारिश दर्ज की गई। दक्षिण गुजरात के नर्मदा, सूरत, डांग, वलसाड तथा तापी जिलों और राज्य के मध्य भाग के पंचमहल तथा छोटा उदयपुर में पिछले एक दिन में भारी बारिश हुई।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सौराष्ट्र क्षेत्र के वलसाड, नवसारी, सूरत, तापी, डांग, नर्मदा, छोटा उदयपुर जिलों के साथ-साथ कच्छ, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका और मोरबी में बुधवार सुबह तक भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। नवसारी जिले में भारी बारिश जारी रहने से पूर्णा तथा अम्बिका नदियां उफान पर हैं, जिससे कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने एक संयुक्त अभियान में सोमवार रात नर्मदा जिले में राजपीपला के पास कर्जन नदी तट पर अचानक पानी बढ़ने से फंस गए 21 लोगों को निकाला। महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लगातार जारी भारी बारिश के कारण हुए हादसों में पिछले 24 घंटे में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी और बाढ़ग्रस्त इलाकों से 95 लोगों को बचाया गया है।

आपदा प्रबंधन विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 13 दल और राज्य आपदा मोचन बल के तीन दल प्रदेश के संकटग्रस्त जिलों में तैनात किए गए हैं । मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए नासिक, पालघर और पुणे जिलों के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।

अधिकारियों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण नासिक शहर में मंगलवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहे तथा लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया कि नासिक शहर में मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में 97.4 मिमी बारिश हुई। बहरहाल, बाद में बारिश कुछ देर रुक गई, जिससे लोगों को राहत मिली। अधिकारियों ने बताया कि जिले के सप्तश्रृंगी मंदिर के पास सोमवार को बहुत तेज बारिश हुई। पानी भर जाने के कारण मंदिर की सीढ़ियों पर छह श्रद्धालुओं को मामूली चोटें आई हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि मुंबई के पालघर जिले में मंगलवार सुबह साढ़े बजे तक पिछले 24 घंटों में 109.9 मिमी बारिश हुई, लेकिन इस दौरान बाढ़ नहीं आई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक दल को पालघर जिले में एहतियातन तैनात किया गया है। ठाणे जिले में सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 106.3 मिलीमीटर वर्षा हुई, लेकिन कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है।

ठाणे जिले में एनडीआरएफ के दो दल तैनात किए गए हैं। ठाणे नगर निगम की क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन इकाई (आरडीएमसी) के प्रमुख अविनाश सावंत ने बताया कि दोपहर को राबोडी स्थित रहमत नगर इलाके में एक मकान का एक हिस्सा ढह गया, लेकिन इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। रिपोर्ट में बताया गया कि महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में तीन लोगों की मौत हो गई। इसमें बताया गया कि मुंबई के उपनगर में एक इमारत गिरने की घटना में कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि गढ़चिरौली जिले में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गयी । इसमें बताया गया कि लगातार और मूसलाधार बारिश के कारण गढ़चिरौली, नंदूरबार जिले तथा मुंबई के उपनगरीय इलाकों में 10 गांव प्रभावित हुये हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, रत्नागिरी जिले में चिपलून शहर के निकट परशुराम घाट यातायात के लिए अब भी बंद है । परशुराम घाट खंड पर भूस्खलन होने के बाद मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात का मार्ग पिछले सप्ताह बदल दिया गया था । रिपोर्ट में बताया गया है कि रत्नागिरी जिले में पिछले 24 घंटों में 63.4 मिमी बारिश हुई, लेकिन जगबुड़ी को छोड़कर तटीय जिले में कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है। प्रारंभिक सर्वेक्षण में 126 ऐसे मकानों की पहचान की गई है, जो बारिश के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि जिले में छह घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

एनडीआरएफ के एक दल को तैनात किया गया था। दमकल अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पुणे शहर में भारी बारिश के बाद एक जीर्ण-शीर्ण आवासीय ढांचे का एक हिस्सा गिरने से चार लोग घायल हो गए। गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद जल संसाधन विभाग ने नासिक जिले में गंगापुर बांध से 284.16 क्यूसेक पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारियों ने नासिक जिले में 70 और गढ़चिरौली जिले से 25 लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

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