अतीक-अशरफ हत्याकांड : योगी ने जांच के लिए की तीन सदस्यीय न्यायिक पैनल बनाया, हमलावरों ने खुद को बताया मीडियाकर्मी
प्रयागराज: गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात पुलिसकर्मियों और मीडिया की मौजूदगी में हत्या करने वाले हमलावर मीडियाकर्मियों के भेष में आए, जिनमें से एक के पास आईडी और हाथ में माइक भी था। जैसा कि पत्रकारों ने अतीक अहमद से पुलिस हिरासत में पूछताछ के बारे में सवाल किया, उन्होंने कहा : मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम.. और बात पूरी होने से पहले ही सिर में गोली मार दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के लिए की तीन सदस्यीय न्यायिक पैनल की घोषणा की है।
मौके पर मौजूद एक पत्रकार ने कहा, हमलावरों ने ‘सरेंडर, सरेंडर’ के नारे लगाए और अपने हथियार जमीन पर फेंक दिए। अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है, जबकि दूसरा बेटा अली अलग-अलग मामलों में नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। तीसरे बेटे असद को गुरुवार को झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया गया और शनिवार को प्रयागराज में दफनाया गया। चौथा बेटा अहजाम और सबसे छोटा बेटा अबन प्रयागराज के बाल सुधार गृह में रखा गया है।
उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन आपराधिक मामलों में नाम आने के बाद से फरार है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की घोषणा की है, जो शनिवार रात पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच करेगा। राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की निगरानी के लिए प्रयागराज जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अतीक और उसके भाई की सुरक्षा में तैनात 17 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इस बीच, प्रयागराज में इंटरनेट बंद कर दिया गया है, जबकि कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि कानपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े।