हरिद्वार : मातृ सदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानन्द बुधवार से एक बार फिर तपस्या पर बैठेंगे। वह विभिन्न मांगों को लेकर तपस्या करेंगे। इस संबंध में मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने मांग की है कि स्वामी निगमानन्द की हत्या की आगे जांच के लिए उत्तराखंड हाई कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया जाए। सीबीआई इस मामले में आगे कार्रवाई करे।
2020 में साध्वी पद्मावती के साथ हुए घटनाक्रम की जांच के लिए एक महिला जांच अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन हो। इसके साथ जिला न्यायालय, हरिद्वार में मातृ सदन के जितने भी मुकदमे लंबित हैं, उन पर एक विशेष पैनल बनाकर तत्काल सुनवाई हो। गंगा को लेकर सरकार द्वारा मातृ सदन को जितने भी आश्वासन दिये गए हैं, उन्हें अक्षरशः जमीन पर लागू किया जाए।
उन्होंने कहाकि पूर्व में जल शक्ति राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया के राज्य सभा में 31 जुलाई, 2019 को दिये गए सारे आश्वासनों पर प्रशासन तत्काल अमल करे। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्यूरोक्रेट्स, पुलिस, राजनीतिक और न्यायपालिका के गठजोड़ का नतीजा श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ निरंजन मिश्रा की गिरफ्तारी है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक इन मांगों पर विचार नहीं किया जाता तब तक ब्रह्मचारी आत्मबोधानन्द की तपस्या जारी रहेगी।