ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट के तीसरे दिन टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी में दमदार शुरुआत की है। समाचार लिखे जाने तक टीम इंडिया ने 29 ओवर में दो विकेट खोकर 86 रन बना लिए हैं। कप्तान विराट कोहली 2* और चेतेश्वर पुजारा 11* रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए हैं। याद हो कि टीम इंडिया की पहली पारी 250 रन पर सिमटी थी, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 235 रन पर ऑलआउट हुई। पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को 15 रन की बढ़त मिली थी। अब उसकी कुल बढ़त 95 रन की हो चुकी है जबकि उसके सभी विकेट शेष हैं।
टीम इंडिया को दूसरी पारी में ओपनर्स मुरली विजय (18) और केएल राहुल ने दमदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने 63 रन की साझेदारी करके भारतीय बल्लेबाजों के लिए मजबूत मंच सजाकर रखा। मिचेल स्टार्क ने विजय को दूसरी स्लिप में हैंड्सकोंब के हाथों कैच आउट कराकर इस खतरनाक साझेदारी को तोड़ा। जल्द ही हेजलवुड ने केएल राहुल (44) को विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराकर भारत को दूसरा झटका दिया।
टीम इंडिया के गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एडिलेड टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 235 रन पर ऑलआउट की। इसी के साथ टीम इंडिया ने पहली पारी के आधार पर 15 रन की बढ़त हासिल की। पता हो कि भारत ने अपनी पहली पारी में 250 रन बनाए थे। टीम इंडिया की दूसरी पारी बारिश के कारण शुरू नहीं हुई है और अंपायरों ने लंच लेने का फैसला किया है। अब भारतीय पारी लंच के बाद शुरू होगी।
ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को अपनी पारी 7 विकेट पर 191 रन से आगे बढ़ाई। बारिश के कारण मैच में खलल जरूर पड़ा, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन जारी रखा। जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया को दिन की पहली सफलता दिलाई। उन्होंने मिचेल स्टार्क को (15) विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों लपकवाया। इसके बाद बारिश के कारण कुछ देर मैच रूका रहा।
फिर ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर ट्रेविस हेड ने नाथन लियोन के साथ 9वें विकेट के लिए 31 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की और बढ़त के अंतर को कम किया। मोहम्मद शमी ने फिर हेड को पंत के हाथों कैच आउट कराकर मैच में अपनी पहली सफलता हासिल की। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 167 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 72 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली।
अगली ही गेंद पर शमी ने जोश हेजलवुड को पंत के हाथों कैच आउट कराकर कंगारू पारी ऑलआउट की। लियोन 28 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाकर नाबाद रहे। टीम इंडिया की तरफ से जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने तीन-तीन विकेट लिए। इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी को दो-दो सफलताएं मिली।
दूसरा दिन रहा था भारत के नाम
दूसरे दिन भारत की पहली पारी एक ही गेंद में सिमट गई जब मोहम्मद शमी को हेजलवुड ने विकेटकीपर पैनी के हाथों कैच करा दिया। दरअसल दूसरे दिन की पहली चार गेंदों पर कोई रन नहीं बना था और दो विकेट गिर गए थे। इशांत शर्मा ने भारत को भी अच्छी शुरुआत दिलाई थी जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ओपनर आरोन फिंच को बेहतरीन इनस्विंगर पर बोल्ड कर दिया था। पहले दो सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने दो-दो विकेट खोए थे लेकिन अंतिम सत्र में तीन विकेट खोए जिसमें दो विकेट तो दस रन के अंदर खो दिए थे।
इनमें पीटर हैंड्सकाम्ब (34) का विकेट भी शामिल था जिन्हें बुमराह ने विकेटकीपर पंत के हाथों कैच कराया। हैंड्सकाम्ब और हेड ने 33 रन जोड़े। उसके बाद इशांत ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पैनी (05) को भी विकेट के पीछे कैच करा दिया। मेजबान टीम 127 रन पर छह विकेट खो चुकी थी लेकिन हेड ने कमिंस (10) के साथ आठवें विकेट पर 50 रन की अहम साझेदारी की। कमिंस को बुमराह ने एलबीडब्ल्यू किया। हेड के साथ मिचेल स्टार्क आठ रन बनाकर खेल रहे हैं।
इशांत-बुमराह ने रखा अंकुश
भारतीय तेज गेंदबाजों इशांत और बुमराह ने रनरेट पर भी अंकुश रखा। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कभी दबाव से मुक्त नजर नहीं आए। ट्रेविस हेड ने भी उस समय ज्यादा शॉट खेलने शुरू किए जब निचले क्रम के बल्लेबाज क्रीज पर आ गए थे और इस दौरान उन्होंने 103 गेंदों पर अपना दूसरा टेस्ट अर्द्धशतक पूरा किया।
बुमराह ने काफी तेज गति से गेंदबाजी की। उनकी एक गेंद की गति तो 150 किमी प्रति घंटे रही। इससे पहले भारतीय पारी 250 रन पर सिमट गई जब शमी (06) ने हेजलवुड (3/52) की शार्टपिच गेंद पर शॉट खेलने का प्रयास किया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल स्टार्क (2/63), पैट कमिंस (2/49) और नाथन लियोन (2/83) ने दो-दो विकेट लिए।
मैराथन स्पैल में चमके अश्विन
भारतीय ऑफ स्पिनर ने अपनी विविधता भरी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया से शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। बारहवें ओवर में आए अश्विन ने 22 ओवरों के लंबे स्पैल में 38 रन देकर तीन विकेट चटकाए। हैरिस (26) को मुरली विजय के हाथों कैच आउट कराया। शेन मार्श (02) ने ऑफ स्टंप से दूर गेंद पर शॉट लगाने का प्रयास किया और गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटों में जा समाई। बाएं हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (28) ने उनकी एक उछाल भरी गेंद पर ड्राइव लगाने की कोशिश की और विकेट के पीछे ऋषभ पंत ने अच्छा कैच लपका। ख्वाजा गेंद की उछाल को नहीं भांप सके।
टीम इंडिया ने डीआरएस लिया और फैसला उसके पक्ष में गया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में अश्विन का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा था। यहां उन्होंने सात टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने सिर्फ 24 विकेट लिए थे। और तो ओर यहां उनका गेंदबाजी औसत 48.91 रहा जो उनके कॅरिअर औसत (25.29) से काफी ज्यादा है।