नई दिल्ली : आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी मनाई जाती है और उसी दिन से चातुर्मास की शुरुआत भी हो रही है. इस बार देवशयनी एकादशी 17 जुलाई, बुधवार को मनाई जाएगी. इस दिन से भगवान विष्णु या श्रीहरि 4 महीने के लिए योग निद्रा में जा रहे हैं. इस दिन से चार महीनों के लिए सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे. दरअसल, 30 जून को शुक्र मेष राशि में उदय होने जा रहे हैं जिसके बाद से शादी विवाह जैसे सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी.
साल के सातवें महीने जुलाई में फिर से शादी विवाह के अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे. इस महीने में पहला मुहूर्त 9 जुलाई (मंगलवार) को पड़ेगा. इसके बाद 11 जुलाई (गुरुवार), 12 जुलाई (शुक्रवार), 13 जुलाई (शनिवार), 14 जुलाई (रविवार) और 15 जुलाई (सोमवार) की तारीख तक शादी विवाह किए जा सकते हैं. उसके बाद 17 जुलाई (बुधवार) से चातुर्मास की शुरुआत हो जाएगी और चातुर्मास के शुरू होने के बाद सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे.
17 जुलाई से नवंबर तक चातुर्मास के कारण विवाह-शादियों जैसे मांगलिक कार्यों पर रोक लगी रहेगी. नवंबर महीने का पहला मुहूर्त 12 नवंबर (मंगलवार) को पड़ेगा. उसके बाद 13 नवंबर (बुधवार) से लगातार पूरे नवबंर में शादी-विवाह के मुहूर्त रहेंगे. फिर, 16 नवंबर (शनिवार), 17 नवंबर (रविवार), 18 नवंबर (सोमवार), 22 नवंबर (शुक्रवार), 23 नवंबर (शनिवार), 25 नवंबर (सोमवार), 26 नवंबर (मंगलवार), 28 नवंबर (गुरुवार) और 29 नवंबर (शुक्रवार). ये रहेंगे शुभ मुहूर्त.
दिसंबर में विवाह की शुभ तिथियां
इस महीने में 4 दिसंबर (बुधवार), 5 दिसंबर (गुरुवार), 9 दिसंबर (सोमवार), 10 दिसंबर (मंगलवार) और 14 दिसंबर (शनिवार) ये सभी तारीख विवाह शादी के लिए शुभ रहेंगी.