विराट कोहली पर आत्मनिर्भरता
इतिहास गवाह रहा है कि जब-जब भारतीय टीम ने स्कोर का पीछा करते हुए जीत हासिल की है, विराट कोहली के बल्ले ने रन उगले हैं। जिस मैच में वे फ्लॉप हो जाते हैं, भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ता है। सिडनी वन-डे में भी ऐसा ही हुआ शुरुआत में तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को रोहित शर्मा ने सहारा दिया, मगर जीत नहीं दिला पाए।
धोनी की धीमी बल्लेबाजी
चार रन पर तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को अच्छी साझेदारी की जरूरत थी। रोहित को धोनी का बखूबी साथ मिला। मगर वे शुरुआत से अंत तक धीमी बल्लेबाजी ही करते रहे। माही ने 51 रन बनाने के लिए 96 गेंदे खेली। अंत में कम गेंदों में ज्यादा रन बनाने के दबाव में रोहित शर्मा भी अपना संयम खो बैठे।
अकेले पड़ गए रोहित
पूरे मैच में भारतीय टीम की ओर से सिर्फ रोहित शर्मा ही बाजी लड़ाते नजर आए। पहले क्रम पर बल्लेबाजी करने आए रोहित टीम इंडिया के सातवें विकेट के रूप में पवेलियन लौटे। उन्होंने जरूर 129 गेंदों में 133 रन की पारी खेली। इस दौरान 10 चौके और 6 छक्के जमाए, मगर किसी दूसरे बल्लेबाज का साथ नहीं मिल पाया। धोनी के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक (12) और रवींद्र जडेजा (8) गैरजिम्मदेराना ढंग से आउट हुए।