स्पोर्ट्स
AUSvIND: इन पांच कारणों के चलते टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने दी शिकस्त

सिडनी वन-डे को ऑस्ट्रेलिया ने 34 रन से अपने नाम किया। इस तरह तीन मैच की सीरीज में टीम इंडिया 0-1 से पीछे हो गई। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट खोकर 288 रन बनाए। जवाब में भारतीय रनबाज 9 विकेट खोकर 254 रन ही बना पाए। टीम इंडिया की पारी शुरुआत से ही लड़खड़ा गई और दबाव में वापसी नहीं कर सकी।

स्लॉग ओवर्स में भारतीय गेंदबाज रहे बेअसर
अंतिम दस ओवर्स में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज 93 रन बनाने में कामयाब रहे। भुवनेश्वर ने 40 ओवर्स से पहले तक 7 ओवर्स में केवल 26 रन दिए थे, लेकिन 10 ओवर्स में उनके 66 रन गए। यानि अंतिम तीन ओवर्स में उन्होंने केवल 40 रन दे डाले। वहीं बाकी के गेंदबाज भी कोई प्रभाव नहीं डाल सके। टीम को बुमराह की कमी बुरी तरह से खली।
अंतिम दस ओवर्स में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज 93 रन बनाने में कामयाब रहे। भुवनेश्वर ने 40 ओवर्स से पहले तक 7 ओवर्स में केवल 26 रन दिए थे, लेकिन 10 ओवर्स में उनके 66 रन गए। यानि अंतिम तीन ओवर्स में उन्होंने केवल 40 रन दे डाले। वहीं बाकी के गेंदबाज भी कोई प्रभाव नहीं डाल सके। टीम को बुमराह की कमी बुरी तरह से खली।
टॉप ऑर्डर फ्लॉप
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 289 रन के लक्ष्य रखा। जवाब में शिखर धवन पहले ही ओवर में चलते बने तो चौथे ओवर तक विराट कोहली (3) और अंबाती रायुडू (0) भी पवेलियन लौट गए। इस दबाव से टीम इंडिया अंत तक नहीं उबर पाई। रनरेट बढ़ता गया और टीम जीत से दूर ही होती चली गई।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 289 रन के लक्ष्य रखा। जवाब में शिखर धवन पहले ही ओवर में चलते बने तो चौथे ओवर तक विराट कोहली (3) और अंबाती रायुडू (0) भी पवेलियन लौट गए। इस दबाव से टीम इंडिया अंत तक नहीं उबर पाई। रनरेट बढ़ता गया और टीम जीत से दूर ही होती चली गई।
विराट कोहली पर आत्मनिर्भरता
इतिहास गवाह रहा है कि जब-जब भारतीय टीम ने स्कोर का पीछा करते हुए जीत हासिल की है, विराट कोहली के बल्ले ने रन उगले हैं। जिस मैच में वे फ्लॉप हो जाते हैं, भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ता है। सिडनी वन-डे में भी ऐसा ही हुआ शुरुआत में तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को रोहित शर्मा ने सहारा दिया, मगर जीत नहीं दिला पाए।
इतिहास गवाह रहा है कि जब-जब भारतीय टीम ने स्कोर का पीछा करते हुए जीत हासिल की है, विराट कोहली के बल्ले ने रन उगले हैं। जिस मैच में वे फ्लॉप हो जाते हैं, भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ता है। सिडनी वन-डे में भी ऐसा ही हुआ शुरुआत में तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को रोहित शर्मा ने सहारा दिया, मगर जीत नहीं दिला पाए।
धोनी की धीमी बल्लेबाजी
चार रन पर तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को अच्छी साझेदारी की जरूरत थी। रोहित को धोनी का बखूबी साथ मिला। मगर वे शुरुआत से अंत तक धीमी बल्लेबाजी ही करते रहे। माही ने 51 रन बनाने के लिए 96 गेंदे खेली। अंत में कम गेंदों में ज्यादा रन बनाने के दबाव में रोहित शर्मा भी अपना संयम खो बैठे।
चार रन पर तीन विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को अच्छी साझेदारी की जरूरत थी। रोहित को धोनी का बखूबी साथ मिला। मगर वे शुरुआत से अंत तक धीमी बल्लेबाजी ही करते रहे। माही ने 51 रन बनाने के लिए 96 गेंदे खेली। अंत में कम गेंदों में ज्यादा रन बनाने के दबाव में रोहित शर्मा भी अपना संयम खो बैठे।
अकेले पड़ गए रोहित
पूरे मैच में भारतीय टीम की ओर से सिर्फ रोहित शर्मा ही बाजी लड़ाते नजर आए। पहले क्रम पर बल्लेबाजी करने आए रोहित टीम इंडिया के सातवें विकेट के रूप में पवेलियन लौटे। उन्होंने जरूर 129 गेंदों में 133 रन की पारी खेली। इस दौरान 10 चौके और 6 छक्के जमाए, मगर किसी दूसरे बल्लेबाज का साथ नहीं मिल पाया। धोनी के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक (12) और रवींद्र जडेजा (8) गैरजिम्मदेराना ढंग से आउट हुए।
पूरे मैच में भारतीय टीम की ओर से सिर्फ रोहित शर्मा ही बाजी लड़ाते नजर आए। पहले क्रम पर बल्लेबाजी करने आए रोहित टीम इंडिया के सातवें विकेट के रूप में पवेलियन लौटे। उन्होंने जरूर 129 गेंदों में 133 रन की पारी खेली। इस दौरान 10 चौके और 6 छक्के जमाए, मगर किसी दूसरे बल्लेबाज का साथ नहीं मिल पाया। धोनी के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक (12) और रवींद्र जडेजा (8) गैरजिम्मदेराना ढंग से आउट हुए।