अनेक पोषक तत्वों से भरपूर एवोकाडो को आज कल कारण डाइट चार्ट में जरूर शामिल किया जा रहा है। एवोकाडो खाने वालों की संख्या में इन दिनों बहुत बढ़ोत्तरी हुई है। नाशपाती के आकार का यह फल स्वादिष्ट तो है ही, पौष्टिक भी है। खाना सही से न पचने या पेट की परेशानियों के कारण मुंह से कई बार बदबू आने लगती है। ऐसे में एवोकाडो में पाए जाने वाले जीवाणुरोधी और एंटी ऑक्सिडेंट फ्लेवोनोइड्स मुँह के बैक्टीरिया को नष्ट कर देते हैं। इससे सांसों में ताजगी आ जाती है।
एवोकाडो में बीटा-सिटोस्टीरॉल पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इससे हृदय स्वस्थ रहता है। एवोकाडो ब्रैस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर समेत कई तरह के कैंसर के जोखिमों को भी कम करता है। एवोकाडो में कैरोटिनोइड्स मोनो अनसैचुरेटेड फैट होता है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें एंटी ऑक्सिडेंट ग्लूटाथियोन भी पाया जाता है, जो कोशिकाओं के मुक्त कणों को खतरनाक प्रभाव से सुरक्षा प्रदान करता है।
एवोकाडो लिवर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है। इसमें कुछ ऑर्गेनिक यौगिक पाए जाते हैं, जो लिवर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसमें कई घुलनशील और अघुलनशील फाइबर भी मौजूद होते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं। एवोकाडो कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। इसलिए इसका जरूरत से ज्यादा सेवन नुकसानदेह हो सकता है। कई लोगों को इससे एलर्जी की शिकायत हो जाती है। एवोकाडो में कैलरी की मात्रा अधिक होने के कारण भी कई लोग इसको खाने से बचते हैं। इसलिए बेहतर है कि इसका कम मात्रा में सेवन करें और यदि किसी भी तरह की शंका में हो।