शिव समान भक्ति के भाव से भरी अयोध्या: ‘जय राम रमा रमनं समनं’
मन्दिर निर्माण-भूमि पूजन : अद्भुत कलाकृतियों और रंगरोगन से सज रही रामनगरी
जय राम रमा रमनं समनं। भव ताप भयाकुल पाहि जनम॥
अवधेस सुरेस रमेस बिभो। सरनागत मागत पाहि प्रभो॥
लखनऊ (अमरेन्द्र प्रताप सिंह): अर्थात – “हे राम! हे रमारमण (लक्ष्मीकांत)! हे जन्म-मरण के संताप का नाश करने वाले! आपकी जय हो, आवागमन के भय से व्याकुल इस सेवक की रक्षा कीजिए। हे अवधपति! हे देवताओं के स्वामी! हे रमापति! हे विभो! मैं शरणागत आपसे यही माँगता हूँ कि हे प्रभो! मेरी रक्षा कीजिए॥”
गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड में प्रभु श्रीराम के अयोध्या आगमन के उपरान्त देवों के देव महादेव ने वहां आकर अनन्य भक्ति-भाव से भरकर प्रभु श्रीराम के सन्मुख जब यह पंक्तियां उद्धृत कीं होंगी, तब जो शिव का भाव रहा होगा, वैश्विक महामारी कोरोना से आज देश-दुनिया के रक्षण का वही भाव परम आराध्य, मर्यादा पुरुषोत्तम, प्रभु श्रीराम के प्रति रामनगरी अयोध्या में सर्वत्र व्याप्त है। जनमानस का अटूट विश्वास है कि प्रभु श्रीराम, इस संकट से सबको मुक्ति अवश्य दिलाएंगे।
लोक रक्षण की इसी प्रत्याशा से रामनगरी अयोध्या में श्री राम मन्दिर निर्माण के भूमिपूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां चरम पर हैं। नगर को सुन्दर ही नहीं अति सुन्दर बनाये जाने के सार्थक प्रयास जारी हैं। पूरी रामनगरी को उज्जवल-धवल करने के साथ ही यहां के प्रतिष्ठित संस्थान साकेत महाविद्यालय से लेकर श्रीराम जन्म जन्मभूमि तक के रास्ते और इसके आसपास की साफ सफाई पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। सड़क मार्ग के किनारे दोनों ओर की दीवारों को पीले रंग से रंगा जा रहा है।
नगर के सौंदर्य को निराली छटा प्रदान कर रहे हैं दीवारों पर बनाये जा रहे चित्र
इतना ही नहीं इन दीवारों पर प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र, रामायण और उससे सम्बंधित चित्रों और कलाकृतियों को बेहद आकर्षक और जीवंत रूप में उकेरा जा रहा है। इन सुन्दर, आभामय और धार्मिक कलाकृतियों का सौंदर्य देखते ही बनता है। प्रभु श्रीराम, जगत-जननी मां सीता, वीरवर लक्ष्मण, महाबली हनुमान और रामायण तथा रामलीला से सम्बन्ध रखने वाले यह चित्र नगर के सौंदर्य को निराली छटा प्रदान कर रहे हैं।
नगर में चाक-चौबंद व्यवस्था, चप्प्पे-चप्पे पर तैनात सुरक्षाकर्मी
नगर की विद्युत व्यवस्था बेहद चाक-चौबंद की जा रही है। इसमें ज़रा सी लापरवाही कार्यक्रम की व्यवस्था को बिगाड़ सकती है, इसलिए इस पर ख़ास ध्यान दिया जा रहा है। सुरक्षा को लेकर पुलिस फोर्स चप्पे-चप्पे पर तैनात की गयी है। आईटीआई संस्थान के पास से ही पुलिस आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रख रही है। अयोध्या के बाहर के लोगों को आवागमन से से रोककर पूछताछ की जा रही है, लोगों को अपना आइडेंटिटी कार्ड दिखाने के बाद ही आगे जाने को मिल रहा है। इसके आगे दूसरा बैरियर साकेत महाविद्यालय के पास और तीसरा बैरियर टेढ़ी बाजार के पास लगाया गया है। यहां भी बड़े पैमाने पर पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगी हुयी है।
मीडिया कवरेज के विशेष इंतजाम, रामकथा संग्रहालय में बना मीडिया सेंटर
आगामी 05 अगस्त को होने वाले इस राममंदिर शिलान्यास एवं भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए मीडिया कवरेज की विशेष व्यवस्था की गयी है। अन्तर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी के अंदर सभी उपकरणों से सुसज्जित मीडिया सेन्टर की स्थापना की जा रही है। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखे जाने के भी सभी उपाय किये जा रहे हैं। देश-विदेश की मीडिया के आगमन की सम्भावना को देखते हुए महामारी से बचाव की व्यवस्था ख़ास तौर पर ध्यान में रखी जा रही है। मीडिया को कवरेज में सुविधा प्रदान करने के लिए इन्टरनेट, कम्प्युटर आदि की सम्पूर्ण व्यवस्था यहां की जायेगी। इसके अलावा एलईडी वैन के माध्यम से, दूरदर्शन, एएनआई और राज्य सूचना विभाग द्वारा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया जायेगा। रामकथा संग्रहालय के अलावा नया घाट, रामकी पैड़ी, सरयू घाट आदि स्थानों पर प्रसारण और कवरेज हेतु पर्याप्त कैमरों और उपकरणों को लगाया जाएगा। विभिन्न समाचार चैनलों की ओबी वैन के लिए स्थान का निर्धारण एसपीजी तथा जिला प्रशासन के समन्वय से किया जायेगा।
मीडिया एडवाजरी जारी हुयी, मानकों के अनुसार मिलेंगे कवरेज पास
सजीव प्रसारण के लिए एलईडी वैन के साथ ही अयोध्या शहर के विभिन्न स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जायेगी। मीडिया की सुविधाओं, सुरक्षा कारणों और कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए दिनांक 3 अगस्त से भारत सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रशासन के समन्वय से निर्धारित मानकों के अनुसार पास का वितरण किया जायेगा। सभी आवश्यक व्यवस्थाओं एवं पत्रकारों की सुविधा के लिए राज्य के सूचना विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ अन्य विभाग के कई अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जायेगी। इसके तहत सूचना मुख्यालय तथा अयोध्या जनपद के अधिकारियों के साथ कई अन्य जिलों के सूचना विभाग के अधिकारियों को भी लगाया जायेगा, जो रामकथा संग्रहालय सहित कई अन्य स्थानों पर मीडिया की सुविधा के लिए तैनात रहेंगे। शासन द्वारा इससे सम्बंधित एक मीडिया एडवाइजरी भी जारी की जा चुकी है, जिसमे सभी अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर दिए गए हैं।