चमोली। चमोली जिले में मंगलवार की शाम को तीन दिनों से हो रही बारिश थम गई है। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। हालंकि जिले में बदरीनाथ हाईवे आठ से अधिक स्थानों पर मलबा आने से बाधित पड़ा हुआ है, वहीं कर्णप्रयाग-गैरसैंण और कर्णप्रयाग ग्वालदम सड़क भी बाधित पड़ी हुई है। जबकि चमोली में 48 ग्रामीण सड़कों पर मलबा आने से यातयात बाधित पड़ा हुआ है।
चमोली जिले में रविवार को शाम से शुरु हुई बारिश मंगलवार शाम को बंद हो गई है। जिसके बाद शाम को जिले में चटख धूप खिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फवारी के बाद समूचे जिले के तापमान में गिरावट आ गई है, वहीं तीन दिनों तक हुई बारिश से चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे लंगासू, टंगणी, लामबगड़, हाथी पर्वत, कंचन गंगा, बैनाकुली, हनुमानचट्टी और उमट्टा में मलबा आने से बाधित पड़ा हुआ है। जबकि गौचर, कर्णप्रयाग और पागलनाला में हाईवे को सुचारु कर दिया गया है।
कर्णप्रयाग-ग्वालदम सड़क नासिर बाजार थराली व नलगांव में बाधित है। जबकि कर्णप्रयाग-गैरसैंण सड़क सिमली व भटोली में मलबा आने से बंद पड़ा हुआ है। बारिश के चलते थराली के सिमलसैंण में एक आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना स्थल के आसपास के भवन खतरे की जद में आ गये हैं। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से यहां भवनों को खाली करवा दिया है, वहीं जोशीमठ के मारवाड़ी में भूस्खलन के सक्रीय होने से यहां आवासीय भवनों के साथ ही बदरीनाथ हाईवे भी खतरे की जद में आ गया है।
जोशीमठ विकास खंड के लिए ग्राम पंचायत बडागांव के खरोडी तोक मंगलवार को तीन गोशाला टुट गई। जिसमे विनोद सिह का बैल दब कर मर गया और गाय घायल है। नत्था सिह और अब्बल सिह की गौशाला टुट गई। मंगलवार को सुबह हुई बारिश से हेलंग में पहाड़ी से आया मलबा दुकानों में घुस गया जिससे यहां व्यापारियों को खासा नुकसान हो गया है।