हरियाणा : हरियाणा के भिवानी जिले में एक बोलेरो जीप में राजस्थान के रहने वाले दो लोगों के जले हुए शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों की पहचान जुनैद (35) और नासिर (27) के रूप में हुई है। दोनों राजस्थान के भरतपुर जिले की पहाड़ी तहसील के घाटमीका गांव के रहने वाले थे। भरतपुर पुलिस के पास दर्ज कराई गई एक एफआईआर में पीड़ितों के परिवार ने आरोप लगाया है कि दोनों को बुधवार को हरियाणा के बजरंग दल के सदस्यों द्वारा अगवा कर पीटा गया था। परिजनों ने पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। भरतपुर के आईजी गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि इस अपराध के पीछे का कारण गो तस्करी हो सकता है। उन्होंने कहा कि भरतपुर में जुनैद पर गो तस्करी का मामला दर्ज किया गया था, जबकि नासिर के खिलाफ कोई मामला नहीं है।
पुलिस ने बताया कि घाटमीका गांव के 62 वर्षीय इस्माइल ने बुधवार को भरतपुर के गोपालगढ़ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराकर दावा किया था कि पांच लोगों जिनकी पहचान मुल्तान के अनिल, मरोदा के श्रीकांत, फिरोजपुर झिरका के रिंकू सैनी, होडल के लोकश सिंगला और हरियाणा के मानेसर के मोनू के रूप में हुई है। उन्होंने उसके चचेरे भाई जुनैद और नासिर को बुधवार सुबह बोलेरो जीप में अगवा कर लिया था। सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं और गो रक्षा दल के सदस्य थे।
इस्माइल ने एफआईआर में कहा कि मुझे एक स्थानीय चाय की दुकान पर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा सूचित किया गया था कि गोपालगढ़ के जंगल में 8-10 युवकों द्वारा दो व्यक्तियों को बुरी तरह पीटा गया और फिर पीड़ितों को बोलेरो जीप में ले जाया गया। उन्होंने कहा कि उनके दो चचेरे भाई किसी निजी काम से सुबह 5 बजे बोलेरो जीप में पीरूका गए थे और उन्हें सुबह करीब 6 बजे आरोपियों ने पकड़ लिया।
उसने यह भी दावा किया कि उसने तुरंत अपने चचेरे भाइयों के मोबाइल फोन पर कॉल किया, जो स्विच ऑफ पाए गए। फिर उसने पीड़ितों के परिवार को सूचित किया, जो उनकी तलाश के लिए जंगल में गए। इस्माइल ने शिकायत में कहा कि उन्हें जंगल में कांच टूटा हुआ मिला और स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि दो लोगों को 8-10 लोगों ने पीटा है।
उन्होंने शिकायत में कहा कि जब हमने उन लोगों की पहचान के बारे में पूछा जिन्होंने मेरे चचेरे भाइयों का अपहरण किया, तो उन्होंने हमें बताया कि वे बजरंग दल के सदस्य थे और उन्होंने अपना नाम बताया। उसने कहा कि स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि बुरी तरह से घायल उसके चचेरे भाइयों को आरोपी जीप में ले गए।
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। गुरुवार की दोपहर, भिवानी में हरियाणा पुलिस को राजस्थान के साथ सीमा साझा करने वाले लोहारू के बरवास गांव में जली हुई जीप में दो पूरी तरह से जली हुई लाशें मिलीं। भिवानी के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों ने हमें सूचित किया कि अंदर दो शवों के साथ एक बुरी तरह जली हुई जीप है।
हमने वाहन को उसके चेसिस नंबर के माध्यम से पहचाना। दोनों शव राजस्थान के भरतपुर के जुनैद और नासिर के हैं। हमें पता नहीं है कि दोनों को गलती से जला दिया गया था या उनकी हत्या कर दी गई थी। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की एक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए हैं और मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। भिवानी एसपी अजीत सिंह शेखावत ने कहा कि हम गो तस्करी के एंगल से भी जांच कर रहे हैं।
नासिर के भाई हामिद ने कहा कि उसके भाई ने हाल ही में शादी की थी और गो की तस्करी से उसका कोई लेना-देना नहीं था, उसका भाई एक गरीब आदमी था और उसकी पत्नी अभी भी बेहोश है। जुनैद की पत्नी साजिदा ने कहा कि आरोपियों ने मेरे पति को नहीं बल्कि मुझे और मेरे तीन बच्चों को भी मारा है। आरोपियों ने एक ईमानदार आदमी की हत्या की है और हमारे कमाने वाले को छीन लिया। मेवात क्षेत्र जो भरतपुर और हरियाणा में पड़ता है, इस क्षेत्र को गो तस्करी का अड्डा माना जाता है। गो तस्करी की जांच के लिए 2014 से मेवात में दो राज्यों में कम से कम 14 चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं।
एक आरोपी मोहित उर्फ मोनू ‘मानेसर’, जो ‘प्रांत गो रक्षा प्रमुख बजरंग दल हरियाणा’ का प्रमुख है, उसने कहा है कि न तो वह और ना ही उसके सदस्य भिवानी में भरतपुर के दो लोगों की हत्या में शामिल थे। उन्होंने एचटी को फोन पर बताया कि जब मुझे इस घटना के बारे में पता चला तब मैं एक होटल में मौजूद था। मोनू गुरुग्राम और एनसीआर क्षेत्र में बजरंग दल और गो रक्षक समूह का चेहरा है।