मध्य प्रदेशराज्य

भोपाल में गौहत्या का मामला, 6 हिस्सों में कटी गाय बरामद, बजरंग दल ने मचाया हंगामा

भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) से गौहत्या का गंभीर मामला सामने आया है. जहां करोंद क्षेत्र स्थित पलासी रोड इलाके से पुलिस ने छह हिस्सों में कटी गाय के अवशेष बरामद किए हैं. जानकारी के मुताबिक, बीती रात रहवासी क्षेत्र में कुछ अज्ञात आरोपियों द्वारा कथित रूप से गौवध किया गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को भी दी. हिंदू संगठनों की दबिश के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए. हालांकि, पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है.

दरअसल, जानकारी के मुताबिक, भोपाल के करोंद क्षेत्र स्थित पलासी गांव में गौ हत्या करने का मामला सामने आया है. यहां पलासी रोड अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में गौ हत्या कर मांस बेचने का गोरख धंधा चल रहा था. इसकी सूचना पाते ही मौके पर बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुंचे और इसका विरोध करना शुरू कर दिए. इस बीच मौका देख आरोपी भाग निकले. बाता जा रहा है कि गौवंश को मकानों की आड़ में सुनसान इलाके में काटा गया है. वहीं, मौके पर पुलिस को बड़ी संख्या में खून के निशान और वहां अन्य गाय बांधे मिली हैं. जिन्हें आरोपी काटने की तैयारी में थे. अब जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आरोपी कितने समय से इस कार्य को कर रहे थे और अब तक कितने गौ वंश की हत्या कर चुके हैं.

पुलिस ने मीडिया से बातचीत, के दौरानबताया कि श्याम यादव, जो निशातपुरा निवासी हैं और गौसेवक के रूप में सक्रिय हैं, ने पुलिस को सूचना दी थी कि पलासी गांव में गौवंश का वध किया गया है. श्याम की शिकायत पर 5–6 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की जा रही है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों – रेहान और अरबाज को हिरासत में ले लिया है. वहीं, फरार आरोपियों आलम और सोहैल की तलाश जारी है.

पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों की पहचान की जा चुकी है. आरोपियों के गिरफ्तारी की कोशिश जारी है. दो बदमाश निशातपुरा तथा चार आस पास के थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं. गिरफ्तारी के बाद ही आरोपियों के नामों का खुलासा किया जाएगा. पुलिस की टीम जल्द ही इन आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कह रही है. चारों आरोपियों के गिरफ्तार के बाद पूछताथ कर पता लगाया जाएगा कि गौकशी के बाद क्या किया करते थे। मांस को किसे और किसके माध्यम से बेचा जाता था. ताकि इस गिरोह के बाकि आरोपियों पर भी कार्रवाई की जा सके.

Related Articles

Back to top button