बलिया : जेएनसीयू के दूसरे परिसर की चर्चा पर ग्रामीण आंदोलन के मूड में
बलिया, 21 मार्च 2021 (दस्तक टाइम्स) : जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर की चल रही अटकलों के बीच आसपास के ग्रामीण आंदोलन के मूड में हैं। रविवार को वर्तमान विवि परिसर से सटे बसंतपुर के ग्रामीणों ने बैठक कर स्पष्ट संदेश दिया कि विवि का दूसरा परिसर बनाने या स्थानन्तरित करने के किसी भी प्रयास का विरोध किया जाएगा।
ग्रामीणों ने कहा कि शहीद स्मारक बनने के लिये पूर्व पीएम चन्द्रशेखर के निर्देश पर बसंतपुर के लोगों ने अपनी जमीन दी थी। अभी विकास हो ही रहा था कि चन्द्रशेखर का देहावसान हो गया। पूर्व पीएम चन्द्रशेखर सुरहा ताल और बसंतपुर के लोगों से विशेष लगाव रखते थे, जिस कारण शहीद स्मारक उनकी कर्मस्थली बन गयी। उनके नाम पर विवि बनने से क्षेत्र के लोगों में विकास की आस जगी थी।
धीरे-धीरे विवि का विकास हो रहा था। वर्तमान कुलपति के आने के बाद परिसर को हटाने की भ्रामक खबरें मीडिया के माध्यम से समाज में आना हतोत्साहित करने वाला है। कुलपति द्वारा किसी स्वार्थ में दूसरे परिसर की बात कही जा रही है। अगर उन्होंने यह राग अलापना नहीं छोड़ा तो ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगे। आमजन ने एक स्वर से कहा कि यह परिसर अन्यत्र स्थानांतरित किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जायेगा। बार-बार डूब क्षेत्र कहना भी गलत है। किसान राजस्व देते आये हैं।
लोगों ने शासन से अपील किया कि कटहल नाले की कटाई व सफाई करा दिया जाय तो जलजमाव की नौबत ही नहीं आयेगी। बैठक में ध्रुवनारायण सिंह, गामा सिंह, अभय शंकर सिंह, रमेश सिंह, रणजीत सिंह, विचरज सिंह, अचरज सिंह, विजय प्रताप सिंह, विजयानंद पांडेय, शिवानंद मिश्र, यशजीत सिंह आदि थे। अध्यक्षता डा. गजेन्द्र पाल सिंह व संचालन उपेन्द्र सिंह ने किया।
विवि का पूर्ण विकास होने तक नहीं बनेगा दूसरा परिसर : आनंद
जननायक चन्द्रशेखर विवि के दूसरे परिसर के निर्माण के संबंध कुलपति के बयानों को संज्ञान लेकर क्षेत्रीय जनता आक्रोशित होकर आंदोलधन की रणनीति तैयार करने लगी। इसी क्रम मे हनुमानगंज विकास खंड परिसर मे मंत्री आनंद स्वरुप शुक्ल ने आक्रोशित जनता से विवि के दूसरे परिसर की खबर को भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि विवि का जब तक विकास नहीं हो जाता है तब तक दूसरा परिसर बनने नहीं दिया जायेगा। आप आश्वस्त रहे। क्षेत्रीय जनता ने अपना आंदोलन मंत्री के बयान के बाद कुछ दिनों के लिये स्थगित करने का निर्णय लिया।
- देश दुनिया की ताजातरीन सच्ची और अच्छी खबरों को जानने के लिए बनें रहें http://dastaktimes.org/ के साथ।
- फेसबुक पर फॉलों करने के लिए : https://www.facebook.com/dastak.times.9
- ट्विटर पर फॉलों करने के लिए : https://twitter.com/TimesDastak
- साथ ही देश और प्रदेश की बड़ी और चुनिंदा खबरों के ‘न्यूज़–वीडियो’ आप देख सकते हैं।
- youtube चैनल के लिए: https://www.youtube.com/c/DastakTimes/videos