बलिया : देश के लिए शहीद रामदहिन ओझा ने दिया था बलिदान
बलिया, 18 फरवरी (दस्तक टाइम्स) : देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष के दौरान असहयोग आंदोलन में बलिया के प्रथम शहीद पंडित रामदहीन ओझा की पुण्यतिथि पर गुरूवार को बांसडीह में मनायी गई। जहां शहीद पंडित रामदहीन ओझा की प्रतिमा पर विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक सगठनों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें याद किया।
बांसडीह डाकबंगले पर आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि स्वतन्त्रा आंदोलन में असंख्य सेनानियों और क्रांतिकारियों ने अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उनमें से एक थे पंडित राम दहीन ओझा, जिन्होंने मात्र 30 वर्ष की आयु में अंग्रेजों के दांत खट्टे करते हुए बलिदान होना मंजूर किया पर झुकना स्वीकार नहीं किया।
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वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में युवा पीढ़ी उन सेनानियों शहीदों को भुला रही है, जो आने वाले समय के लिये ठीक नहीं है। इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख उमाशंकर पाठक, डॉक्टर डीके शुक्ला, कौशल सिंह, जैनेंद्र पांडेय मिंटू, सूर्यकांत यादव, रामदयाल तिवारी, शशिकांत सिंह सहित बड़ी सख्या में लोग उपस्थित रहे।