रिजवान के घर से मिले बांग्लादेशी ड्रग और डेढ़ लाख नगद, चंद घंटों की पूछताछ में कबूले गुनाह
कानपुर : बांग्लादेशी रिजवान मोहम्मद को पुलिस पूरे नौ घंटे भी कस्टडी रिमांड में नहीं ले पाई पर उसकी निशानदेही पर किराए के घर से काफी कुछ बरामद किया है। इनमें बांग्लादेश में बनीं नशीली गोलियां और 1.50 लाख रुपये शामिल हैं। इस पर रिजवान मोहम्मद के खिलाफ अलग से मादक पदार्थ का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने कई अन्य फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
पुलिस को रविवार की सुबह से रिजवान मोहम्मद की कस्टडी रिमांड मिली थी। उसे जेल से लाकर पहले ग्वालटोली थाने में पूछताछ की गई। फिर पुलिस उसके साथ इम्पीरियल रेजीडेंसी स्थित किराए के फ्लैट पहुंची। यहां पर जांच में पलंग के नीचे दबे डेढ़ लाख रुपये मिले।
पुलिस ने थोड़ा और खंगाला तो अलमारी में नशे की 111 गोलियां निकलीं जो भारत में प्रतिबंधित हैं। जूते की अलमारी में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, स्कूल के कुछ फर्जी दस्तावेज आदि मिले। पुलिस ने सब अपने कब्जे में ले लिया है। साढ़े चार बजे रिजवान का मेडिकल परीक्षण करा पुलिस ने वापस जेल में दाखिल कर दिया।
परिवार खाता है गोलियां नशे की गोलियां बरामद होने पर पुलिस ने पूछताछ की तो रिजवान ने कहा, मैं पेशे से डॉक्टर हूं। नशे की गोलियां मैं और मेरा परिवार इस्तेमाल करते हैं। बिना उसके हमें नींद नहीं आती।
2016 से नहीं की नौकरी पुलिस को रिजवान ने यह भी बताया कि वह कोलकाता में एक मेडिकल एनजीओ में 2016 में मेडिकल अफसर था। उस दौरान उसे 30 हजार रुपये वेतन मिलता था। पुलिस ने उससे सवाल किया कि 30 हजार रुपये कमाने वाले के पास 16 लाख रुपये कैसे निकले। इस पर उसने कोई जवाब नहीं दिया।