स्पोर्ट्स

BCCI में मचा हड़कंप, सोनी और स्टार ने ही उठा दिए ई-नीलामी के तरीके पर सवाल

अक्षम अधिकारियों के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को टीम इंडिया से होने वाली सबसे बड़ी कमाई ही खतरे में पड़ गई है। भारत में होने वाले घरेलू मैचों के प्रसारण के दो सबसे बड़े दावेदारों स्टार इंडिया और सोनी ने ही इस पर सवाल उठा दिए हैं जिससे बीसीसीआइ में हड़कंप मच गया है।BCCI में मचा हड़कंप, सोनी और स्टार ने ही उठा दिए ई-नीलामी के तरीके पर सवाल

ई-नीलामी की तारीख में हुआ बदलाव

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विनोद राय की अध्यक्षता वाली प्रशासकों की समिति (सीओए) ने सीईओ राहुल जौहरी के साथ मिलकर बीसीसीआइ के मीडिया करार की ई-नीलामी के लिए 27 मार्च की तारीख तय की थी लेकिन बाद में इसे तीन अप्रैल कर दिया। गुरुवार को स्टार इंडिया और सोनी ने ईमेल करके ई-नीलामी प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। बीसीसीआइ को अगले चार साल के लिए 102 मैचों के प्रसारण के लिए कम से कम 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा की आमदनी की उम्मीद थी लेकिन अब इस पर खतरा मंडरा रहा है। 

हर मैच की एक कीमत कैसे

स्टार ने सीईओ और सीओए को ईमेल लिखकर बीसीसीआइ द्वारा आयोजित द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय सीरीज और बहुदेशीय टूर्नामेंट के प्रति मैच भुगतान को लेकर सवाल उठाए हैं। इसमें लिखा गया है कि ई-नीलामी में बोली लगाने वाली कंपनी को भारत का दौरा करने वाली विदेशी टीमों में अंतर किए बिना हर वर्ष होने वाले हर मैच की कीमत लगानी है। जिस मैच में भारतीय टीम शामिल नहीं होती है उसकी कमर्शियल कीमत कम होती है। स्टार ने इसके साथ ही इस ईमेल में वर्ष 2016 में हुए मैचों की टेलीविजन रेटिंग का चार्ट भी भेजा है। इसमें दिखाया गया है कि भारत में टीम इंडिया के मैचों को ज्यादा देखा गया जबकि जिस मैच में टीम इंडिया नहीं शामिल हुई उसमें दर्शकों की संख्या बेहद कम है। स्टार ने साथ ही लिखा है कि इससे बीसीसीआइ की मीडिया करार की कीमत को परखने की क्षमता पर भी दाग लग सकता है।

आखिरी समय में बदलावों से दिक्कत 

वहीं सोनी ने बीसीसीआइ को भेजे ईमेल में लिखा है कि आखिरी समय में नीलामी के कागजों में बदलाव से तीन अप्रैल को होने वाली ई-नीलामी की तैयारी करने में दिक्कत हो रही है। नीलामी प्रक्रिया में काफी गणना और तैयारी की जरूरत होती है लेकिन आखिरी समय तक हो रहे परिवर्तनों ने अनिश्चितता का माहौल बना दिया है। भारत में बीसीसीआइ द्वारा आयोजित होने वाली त्रिकोणीय सीरीज को लेकर चिंता है। हमें यह बताया गया है कि भारत में होने वाले सभी मैचों का एक ही मूल्य होगा। इसका मतलब है कि भारत-अफगानिस्तान-बांग्लादेश या भारत-बांग्लादेश-जिंबाब्वे की कीमत भारत-ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका के बराबर होगी। ये अतार्किक है। विज्ञापनदाता और यहां तक की दर्शक इन मैचों को एकसमान नहीं मानते हैं लेकिन बीसीसीआइ द्वारा इसे एक तरह से आंकना नीलामी लगाने वालों के लिए न्यायसंगत नहीं है। हमारा अनुरोध है कि बीसीसीआइ इस पर दोबारा सोचे। बीसीसीआइ ने 29 और 30 मार्च को नीलामी के ई-ऑक्शन का डेमो रखा था लेकिन छुट्टी होने के कारण हमारा इसमें शामिल होना मुश्किल है।

Related Articles

Back to top button