अमेरिका
पीएम मोदी ने 24 से 26 जून 2017 तक अमेरिका की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कई अहम मसलों पर बात की। जिसमें भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों पर विस्तृत चर्चा शामिल है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पीएम मोदी के लिए शानदार डिनर का आयोजन किया और अमेरिका को भारत का सच्चा दोस्त बताया और कहा कि दोनों देश मिलकर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगें और आतंकियों का सफाया करेंगे।
ट्रंप ने सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्था होने पर भारत को बधाई दी। वहीं पीएम मोदी ने ट्रंप और उनके परिवार को भारत आने का न्यौता भी दिया। अमेरिकी यात्रा के दौरान पीएम ने टॉप अमेरिकी व्यापारियों से भी मुलाकात की।
पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी का 67वां जन्मदिन आज, देश को समर्पित करेंगे सरदार सरोवर बांध
उन्होंने व्यापारियों को भारत में निवेश करने के लिए न्यौता दिया और कहा कि भारत आने वाले समय में पूरी दुनिया के लिए बड़ा बाजार बनने जा रहा है। यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की और बताया कि भारत अपनी रक्षा के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम दोबारा भी उठा सकता है।
पीएम 12 से 14 नवंबर 2015 तक यूके की यात्रा पर थे। यह दशकों बाद किसी भारतीय पीएम की यूके यात्रा थी। पीएम ने चेकर्स में यूके के पीएम डेविड कैमरून से मुलाकात की। कैमरून ने मोदी की इस यात्रा को असाधारण बताया और उन्हें विश्व का महान नेता बताया।
उन्होंने कहा था कि वह इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि भारत और यूके रणनीतिक साझेदार बनेेंगे। पीएम बकिंघम पैलेस में क्वीन एलिजावेथ द्वितीय से भी मिले। उन्होंने कई निवेशकर्ताओं से बात की और उन्हें भारत में निवेश करने के फायदे बताये। उन्होंने ब्रिटिश पार्लियामेंट को भी संबोधित किया।
उन्होंने लंदन में डॉ अंबेडकर मेमोरियल को संबोधित किया, बेंबले स्टेडियम में पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया और तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के बारे में बताया। उन्होंने पार्लियामेंट स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को नमन किया।
5 सितंबर 2017 को पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन में थे। डोकलाम गतिरोध के बाद दोनों देशों के नेताओं ने जब मुलाकात की तो एक अनोखा नजारा दिखाई दिया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई और बॉर्डर पर शांति बनाये रखने पर सहमति बनी।
दोनों देशों के नेताओंं ने करीब 1 घंटे बातचीत की, जिनपिंग ने कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर पंचशील के सिद्धान्त पर काम करने के लिए तैयार है। दोनों देश तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था हैं और हमें आपसी सहयोग से आगे बढ़ना होगा। जिनपिंग ने कहा भारत और चीन के बीच स्वस्थ्य और स्थिर रिश्ते जरूरी हैं।
आपको बता दें कि चीन के लिए पीएम की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले 14 से 16 मई 2015 तक पीएम ने चीन की तीन दिवसीय यात्रा की थी। पीएम की इस यात्रा में दोनों देशों के बीच 24 समझौते हुए थे जिनकी कीमत बीजिंग में 10 बिलियन डॉलर थी। वह संघाई में चीन और भारत के व्यापारियों से मिले थे।
4 जुलाई 2017 को पीएम मोदी इयरायल गये थे। वहां उनका भव्य स्वागत हुआ। एक विशेष स्वागत समारोह के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू और पीएम नरेंद्र मोदी बेहद गर्मजोशी से गले। इस्राइली प्रधानमंत्री ने कहा, हम किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए 70 वर्षों से इंतजार कर रहे थे।
इस्राइल को महत्वपूर्ण विकास साझेदार करार देते हुए पीएम ने कहा, यह एक रोमांचक सफर है जो हम अपने लोगों और समाज की भलाई के लिए साथ मिलकर तय करेंगे। पीएम ने कहा हमारे बीच समझौता है कि निर्दोष लोगों पर हिंसा करने वालों को आगे नहीं बढ़ने देना चाहिए।
सीमा पार आतंकवाद हमारे समक्ष एक बड़ी चुनौती है। सीमा पार की ताकतें हमारे देश की एकता को खत्म करने का प्रयास कर रही हैं। फिलिस्तीन मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसे द्वि-राष्ट्र समाधान में विश्वास करता है जिसमें इजरायल और भविष्य का फिलिस्तीन राष्ट्र शांतिपूर्ण ढंग से सह-अस्तित्व में रह सकें।
पीएम मोदी ने 1-2 जून 2017 को रूस का दौरा किया था। उन्होंने राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किये। जिनमें परमाणु ऊर्जा, पेट्रोलियम, गैस मेडिकल रिसर्च, फौजी ट्रेनिंग पर समझौता शामिल है।
पीएम सेंट पीटर्सबर्ग स्थित पिस्कारियोवस्कोई स्मारक पहुंचे और रूसी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। आपको बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राद पर हमले के दौरान मारे गए करीब पांच लाख सैनिकों की स्मृति में इसे बनाया गया था।
दोनों देशों ने इस साल ‘इंद्र-2017’ नाम से तीनों सेनाओं के साझा सैन्य अभ्यास आयोजित करने का भी फैसला किया। उन्होंने कामोव-226 सैन्य हेलिकॉप्टरों का साथ मिलकर प्रॉडक्शन करने निर्णय लिया। पुतिन ने कहा कि भारत में रूसी निवेश 4 अरब डॉलर का है वहीं रूस में भारतीय निवेश 8 अरब डॉलर का है।
पीएम मोदी 10 नवंबर 2016 को तीन दिवसीय यात्रा पर जापान गये थे। उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ टोक्यो से शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में सवारी की। दोनों देशों के नेताओं ने मछली को दाना खिलाने की परंपरा भी निभाई।
मोदी के साथ बड़े उद्योगपतियों का दल भी जापान पहुंचा है। इनमें मुकेश अंबानी, अजीम प्रेमजी, किरण मजूमदार शॉ, चंदा कोचर, सुनील भारती मित्तल समेत कई बड़े दिग्गज शामिल हैं। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका दूसरा जापान दौरा था।
इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए भी वह दो बार जापान गए थे। पीएम ने जापान में कहा कि वह भारत को दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाना चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह का सदस्य बनाए जाने में भारत का सहयोग देने के लिए प्रधानमंत्री शिंजो अबे का धन्यवाद करना चाहता हूं।