2024 के चुनावों से पहले महिला और OBC वोटरों पर PM मोदी ने फेंका ट्रम्प कार्ड- किए दो बड़े ऐलान
नई दिल्ली: 77वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 10वीं बार झंडारोहण करते हुए भरोसा जताया कि अगले साल भी वह इस ऐतिहासिक स्थल से अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे। इसका साफ मतलब हुआ कि पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में जनता फिर से उन्हें ही सत्ता की चाभी सौंपेंगी।
पीएम मोदी ने इस लिहाज से लाल किले से विपक्षी दलों पर निशाना साधने से भी गुरेज नहीं किया। उन्होंने देश के 140 करोड़ लोगों को अपना परिवार कहकर उनसे भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ने का आह्नान किया। लगे हाथ उन्होंने मध्यम वर्ग को फोकस करते हुए कहा कि सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत एक करोड़ से ज्यादा आवास बनाएगी। इसके तहत मध्यम आयवर्गीय परिवारों को घर मिल सकेगा।
महिला वोटरों यानी आधी आबादी पर चुनावी डोरे
प्रधानमंत्री ने लाल किले से कहा कि उनकी सरकार ने देश की 2 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए ‘लखपति दीदी’ की योजना तैयार कर ली गई है। पीएम ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा महिला पायलट हमारे देश में हैं।
पीएम मोदी ने महिला स्वयं सहायता समूहों और उनके योगदान की सराहना की और कहा कि जी-20 समूह ने महिलाओं के नेतृत्व में विकास के भारत के दृष्टिकोण को स्वीकार किया है। पीएम ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों की संख्या 10 करोड़ है। उन्होंने कहा, ”जब आप किसी गांव में जाते हैं, तो आपको बैंक वाली दीदी, आंगनवाड़ी दीदी और दवाई वाली दीदी मिलेंगी। गांवों में दो करोड़ लखपति दीदी बनाना मेरा सपना है।”
महिला स्वयं सहायता समूहों की तारीफ
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करने के मकसद से कृषि-प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए एक नयी नीति की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, ”हम उन्हें ड्रोन के संचालन और मरम्मत का प्रशिक्षण देंगे। कई स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान किए जाएंगे। इन कृषि ड्रोनों का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है। यह पहल 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा ड्रोन उड़ाने से शुरू होगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब देखने में आ रहा है कि पुरुषों से ज्यादा महिलाएं स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जी-20 ने भी महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के भारतीय दृष्टिकोण को स्वीकार किया है। मोदी ने कहा, ”यह सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी है कि हमारी बेटियों के साथ कोई अत्याचार न हो।”
ओबीसी वोटरों पर फेंका पासा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कई समुदायों को नई ताकत देने के लिए अगले महीने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर ‘विश्वकर्मा योजना’ आरंभ की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना भारत के लाखों व्यवसाइयों और कारीगरों के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी। प्रधानमंत्री ने कुछ पेशेवर कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन कार्यों में लगे ज्यादातर लोग ओबीसी समुदाय से हैं। पीएम ने कहा, “इन लोगों को नई ताकत देने के लिए, आने वाली विश्वकर्मा जयंती पर करीब 13-15 हजार करोड़ रुपये से विश्वकर्मा योजना प्रारंभ की जाएगी।”