राम मंदिर पहुंचने से पहले PM मोदी हनुमंत लला से लेंगे अनुमति, 22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा। इसके बाद रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो जाएगे। इस समारोह के लिए तैयारियां तेजी से चल रही है। इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले चार हजार साधु संत मौजूद रहेंगे। पीएम मोदी इस समारोह में मुख्य अतिथि रहेंगे। जहां पहुंचने से पहले पीएम हनुमंत लला के दरबार में हाजिरी लगाकर उनसे अनुमति लेंगे।
माना जाता है कि अयोध्या में हनुमंत लला यहां के राजा के रूप में विराजमान हैं। उनकी अनुमति के बिना यहां पर कोई भी शुभ काम नहीं होता। कोई भी शुभ काम करने से पहले उनके दरबार में हाजिरी लगानी पड़ती है। इसलिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने से पहले पीएम मोदी हनुमंत लला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे और फिर राम जन्मभूमि के लिए प्रस्थान करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, ”रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर होगी।” पूजन के दौरान गर्भगृह में 11 लोग मौजूद रह सकते हैं। पूजन आचार्य लक्ष्मीकांत व गणेश्वर द्रविड़ के निर्देशन में होगा। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू होगा। अनुष्ठान में पीएम मोदी सबसे पहले संकल्प लेकर देश को समर्पित करेंगे। फिर रामलला का षोडशोपचार पूजन करेंगे। यह करीब 20 मिनट का होगा। षोडशोपचार पूजन व महापूजन को मिलाकर गर्भगृह में कुल पूजा का वक्त 40 मिनट का होगा। वहीं, मंदिर में स्थापित करने के लिए मूर्ति का भी चयन किया जा चुका है और 17 जनवरी अयोध्या में नगर यात्रा के दौरान मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।