शौचालय में बंद होने पर छात्र ने तोड़ा गेट, नाराज प्रबंधक ने कमरे में बंदकर जूते-डंडों से कर दी पिटाई
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक स्कूली छात्र को शरारत के चलते किसी ने शौचालय में बंद कर दिया। बाहर निकलने की जद्दोदहद में शौचालय का दरवाजा टूट गया। इससे गुस्साए विद्यालय प्रबंधक ने छात्र को कमरे में बंदकर जूते और डंडों से बेरहमी से पिटाई की। छात्र उनसे न मारने की गुहार लगाता रहा लेकिन प्रबंधक ने एक ना सुनी। छात्र के पिता ने इसकी शिकायत थाने में करवाई। वहीं पुलिस ने उसे मेडिकल परीक्षण के लिए सीएचसी भेजा जहां से डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
ये घटना बहेड़ी के हरहरपुर गांव का है। वीरेंद्र कुमार गंगावार कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते हैं उनका बेटा आयुष कस्बे के ही एक कॉलेज में हाईस्कूल का छात्र है। पिता के मुताबिक उसका बरेली में एक डॉक्टर के यहां दिमाग का इलाज चल रहा है। गुरुवार को वह स्कूल में शौचालय गया था। जहां किसी शरारती छात्र ने उसे शौचालय में ही बंद कर दिया। बार-बार दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने बाहर निकलने के लिए जद्दोजहद की तो दरवाजा टूट गया। इससे गुस्साए विद्यालय प्रबंधक ने उसे खूब पीटा जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। सूचना मिलने पर आयुष का भाई उसे देखने स्कूल पहुंचा लेकिन उसे नहीं मिलने दिया गया।
बेटे की पिटाई से नाराज पिता ने नवाबगंज थाने में तहरीर दी। पुलिस ने आयुष की मेडिकल जांच कराने के लिए सीएचसी भेजा लेकिन डॉक्टरों की टीम ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इस घटना में स्कूल प्रबंधक ने बताया कि गुरुवार को छह सात छात्र शोर मचाते हुए शौचालय के अंदर घुसे थे। शिक्षकों के टोकने पर भी वे नहीं माने। उन्होंने लड़ाई झगड़ा कर शौचालय का गेट तोड़ गिया था। इस पर छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है। इसे वापस लेने के लिए छात्र के परिजन झूठे आरोप लगा रहे हैं। किसी भी छात्र के साथ मारपीट नहीं की गई है।