चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। राज्य के 117 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया है। राज्य के 2.14 करोड़ मतदाता कुल 1304 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद करेंगे। बता दें कि पंजाब में हमेशा से भारी मतदान होता रहा है। 2007 से लेकर पिछले 3 चुनावों में पंजाब में 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है। 2007 में 75.4 फीसदी तो 2012 में 78.6 फीसदी और 2017 में 78.2 फीसदी मतदान हुआ था। अब देखना है कि पंजाब की जनता क्या 2012 के सर्वाधिक मतदान के रिकॉर्ड को तोड़ पाती है या नहीं। पंजाब के राजनीतिक इतिहास में 2012 में सर्वाधिक 78.6 फीसदी वोटिंग हुई थी।
वहीं आज वोटिंग की बात की जाए तो सबसे पहले आम आदमी पार्टी के सीएम उम्मीदवार और धुरी से पार्टी प्रत्याशी भगवंत मान ने मोहाली के फेज 3बी1 में अपना वोट डाला। मोगा से कांग्रेस प्रत्याशी मालविका सूद ने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वोट डाला। उन्होंने कहा कि एक नागरिक और मोगा की बेटी के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं मोगा शहर को आगे ले जाऊं। मैं बूथों पर जाऊंगी और लोगों से मिलूंगी, वे मेरे आने का इंतजार कर रहे हैं। पंजाब के शिक्षा, खेल मंत्री परगट सिंह ने जालंधर के मिट्ठापुर में वोट डाला। उनका कहना है कि पंजाब के लोगों में सीएम चन्नी द्वारा बनाए गए विश्वास पर वोटिंग होगी। वहीं जालंधर वेस्ट से कांग्रेस उम्मीदवार सुशील रिंकू ने भी मतदान किया।
इसके अलावा अभी तक पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू ने मोहाली में परिवार सहित मतदान किया। कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने अबोहर में पंजकोसी के मतदान केंद्र संख्या 126-128 पर अपना वोट डाला। जाखड़ ने कहा कि मुझे विश्वास है कि पंजाब के मतदाता पंजाब में विभाजन और शासन करने का सपना देखने वालों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। मंत्री भारत भूषण आशु ने लुधियाना में विधानसभा चुनाव में वोट डाला। उन्होंने कहा कि मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि पंजाब के विकास के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें। उनका कहना है कि जितने अधिक लोग चुनाव में भाग लेंगे, लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब में वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च को खत्म हो रहा है। इस बार के चुनाव में पंजाब में लड़ाई दोतरफा की जगह के बीच नहीं बल्कि चार बड़े राजनीतिक दलों के बीच हो गई है। इस बार चुनाव मैदान में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल-बसपा गठबंधन के बीच माना जा रहा है, जबकि चौथे राजनीतिक दल के रूप में भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी भी मजबूती से चुनाव मैदान में है।