भाईजान मेरी फिल्मों के बैक बोन थेः डेविड धवन
नई दिल्ली । बॉलीवुड निर्देशक डेविड धवन ने कादर खान को याद करते हुए कहा कि बोल राधा बोल में मैंने उनके साथ पहली बार काम किया था। उसके बाद मैं उनके बिना कोई फिल्म करना सोच भी नहीं सकता था। मैं चाहता था कि वह मेरी हर फिल्म में अभिनय करें लेकिन उनके खराब स्वास्थ्य के कारण ऐसा नहीं हो सका। डेविड धवन ने आगे कहा, “वह मेरे बड़े भाई की तरह थे। मैं उनसे हर बात साझा कर सकता था। वह बड़े स्वाभिमानी थे। जो लोग उनका और उनके काम का सम्मान करते थे, वह उन लोगों के प्रति खुद को समर्पित कर देते थे।” डेविड ने कहा, उनके निधन से बहुत दुखी हूं। वह मेरे सिनेमा के बैक बोन थे, ये बात मैं उनसे कहा भी करता था।
”बोल राधा बोल” में पहली बार एक साथ काम करने के बाद, मैं भाईजान के बिना किसी फिल्म का निर्देशन करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था। मैं चाहता था कि वह लिखें और अभिनय करें। धवन ने कहा, “एक समय था, जब हर बड़ी कमर्शियल फिल्म में भाईजान का योगदान होता था, सिर्फ एक अभिनेता या लेखक के रूप में नहीं, बल्कि जिस फिल्म में वह काम करते थे, उसके लिए पूरी तरह समर्पित रहते थे।वह सिर्फ एक लेखक या अभिनेता नहीं थे। वह हर फिल्म की रीढ़ थे। जब भाईजान मेरी फिल्म में होते थे, तो मैं सुरक्षित और संरक्षित महसूस करता था। वह मेरे दोस्त थे और मेरे सहयोगी थे। अगर शूटिंग में कोई समस्या होती तो मैं उनसे पूछता।” उन्होंने कहा, “एक लेखक के रूप में, वह निष्पक्ष होते थे। उनका स्वास्थ्य खराब होने के बाद, मुझे दूसरों के साथ काम करना पड़ा। लेकिन मेरे दिमाग में हमेशा भाईजान थे। मैं अपने लेखकों को कहता था ”यह सीन कादर खान साहब के जैसा चाहिए”।
वह मेरे करियर को खाली कर गए।” डेविड ने आगे कहा, “वह शूटिंग के दौरान ऑन स्पाट संवाद फिर से लिखते थे। वह हर शॉट को दूसरे लेवल पर लेकर चले जाते थे। एक लेखक के रूप में, उन्होंने हर नायक को विश्वसनीय और शानदार बनाया। भाईजान का अमित जी के ऑन-स्क्रीन किरदार में बड़ा योगदान रहा।” उल्लेखनीय है कि कादर खान ने डेविड धवन के निर्देशन में ”बोल राधा बोल”, ”साजन चले ससुराल”, ”बड़े मियां छोटे मियां”, ”राजा बाबू”, ”आंखे” जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। कादर खान के अभिनय और डेविड धवन के निर्देशन ने भारतीय दर्शको को अपनी फिल्मों से खूब हंसाया है।