4 अगस्त को ‘बिभुवन संकष्टी चतुर्थी’ व्रत 3 साल में एक बार आता है
नई दिल्ली : अधिक मास का पवित्र महीना चल रहा है. इस माह में हिंदू पंचांग के मुताबिक पड़ने वाली चतुर्थी तिथि को ‘बिभुवन संकष्टी चतुर्थी’ के नाम से जाना जाता है. अधिक मास में यह पर्व 4 अगस्त को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यता के मुताबिक, इस दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा की जाती है. इतना ही नहीं, अधिक मास में पड़ने की वजह से यह व्रत हर 3 साल में एक बार होता है.
मान्यता है कि विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत करने से सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं. वहीं, ज्योतिष के मुताबिक इस दिन कुछ उपाय किए जाएं तो विघ्न बाधाओं से भी मुक्ति मिलती है. साथ ही जीवन में खुशियां आती हैं.
गणपति बप्पा का एक ऐसा व्रत है जो 3 साल में एक बार आता है, जिसे विभुवन संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इस दिन गणपति बप्पा की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है और इस दिन अगर जातक कुछ उपाय करते हैं तो कई तरह की वृद्धि भी होती है.
अगर आप विवाह के योग्य हैं और किसी कारण आपके विवाह में बाधाएं आ रही हैं तो विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करें. ऐसा करने से जल्द ही विवाह के योग्य बनेंगे.
अगर आप ईमानदारी से अपना व्यापार कर रहे हैं और आपको व्यापार अथवा नौकरी में तरक्की नहीं मिल रही है तो इस दिन भगवान गणेश की प्रतिमा अपने घर में स्थापित करें. उसके बाद विधि पूर्वक पूजा करें. पूजा करते समय हल्दी की 5 गांठ भगवान गणेश को अर्पित करें. अगर आप ऐसा करते हैं तो व्यापार के साथ-साथ नौकरी में भी प्रमोशन मिल सकता है.
विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन अपने घर में भगवान गणेश का यंत्र स्थापित करें. धार्मिक मान्यता के मुताबिक, गणेश यंत्र बहुत लाभकारी माना जाता है. अगर आप अपने घरों में गणेश जी के यंत्र को स्थापित करते हैं तो घर में सकारात्मक ऊर्जा आने लगती है.
अगर आप किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको इस दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए. गुड़ अथवा देसी घी का भोग लगाना चाहिए और उसके बाद उस भोग को गाय को खिलाना चाहिए. ऐसा करने से धन संबंधी सारी परेशानियां दूर होती हैं.
अगर आप किसी बाधा से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको इस दिन भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने ‘ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके ऊपर आई तमाम बाधाएं समाप्त हो जाएंगे.