क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने जापान जाएंगे बाइडन, मोदी संग होगी द्विपक्षीय बैठक
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने जापान जाएंगे। यह इस संगठन का दूसरा ऐसे सम्मेलन होगा, जिसमें चारों सदस्य देशों के नेता प्रत्यक्ष मिलेंगे। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी व बाइडन की द्विपक्षीय बैठक भी होगी।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जैक सुलिवन ने बुधवार को यह जानकारी दी। क्वाड की यह शिखर बैठक मई के अंतिम सप्ताह में होने की उम्मीद है। क्वाड की अब तक तीन शिखर बैठकें हो चुकी है, इनमें से दो कोरोना महामारी के कारण वर्चुअल हुई हैं। व्हाइट हाउस में अपनी दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुलिवन ने कहा कि हमारा मानना है कि संगठन के चारों सदस्य देश स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सिद्धांतों की रक्षा करेंगे और उनका पालन करेंगे।
इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क की पहल करेंगे बाइडन
बाइडन टोक्यो में भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक नई और महत्वाकांक्षी आर्थिक पहल, ‘इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क’ (IPEF) भी शुरू करेंगे। यह 21 वीं सदी की आर्थिक व्यवस्था होगी। इसे नई आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार किया गया है। सुलिवन ने बताया कि इस भारत-प्रशांत आर्थिक ढांचे में डिजिटल अर्थव्यवस्था के नियमों से लेकर सुरक्षित और लचीली आपूर्ति श्रृंखला बनाने, बुनियादी ढांचे में निवेश और ऊर्जा प्रबंधन तक की रूपरेखा होगी।
अमेरिकी एनएसए ने कहा कि यह यात्रा राष्ट्रपति बाइडन की भारत-प्रशांत को लेकर रणनीति को प्रदर्शित करेगी। इसके जरिए दुनिया को बताया जाएगा कि अमेरिका एक बार में मुक्त नेतृत्व कर सकता है। सुलिवन ने कहा कि यूक्रेन में रूस के युद्ध का जवाब देने के लिए अमेरिकी नेतृत्व एक ऐसा ढांचा खड़ा करेगा जो 21 वीं सदी के भविष्य को परिभाषित करेगा।
द क्वाड्रिलैटरल सिक्योरिटी डायलॉग(QUAD) की शुरुआत वर्ष 2007 में हुई थी। हालांकि इसकी शुरुआत वर्ष 2000-2005 में हो गई थी जब भारत ने दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों में आई सुनामी के बाद मदद का हाथ बढ़ाया था। क्वाड में चार देश अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत शामिल हैं। मार्च में कोरोना वायरस को लेकर भी क्वाड की बैठक हुई है। इसमें पहली बार न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और वियतनाम भी शामिल हुए थे।