मुर्शिदाबाद हिंसा मामले में चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन, दो पुलिस अफसरों पर गिरी गाज
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने दो पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। पोल पैनल ने अपने पत्र में कहा, चुनाव आयोग को पता चला है कि शक्तीपुर और बेलदाणा के ऑफिसर इन चार्ज हिंसा और दंगों को रोक पाने में सफल नहीं हुए ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
बता दें कि मुर्शिदाबाद के शक्तीपुर में 17 अप्रैल को हिंसा भड़क गई थी। इसमें कम से कम 19 लोग घायल हुए थे। जानकारी के मुताबिक ऑफिसर इन चार्ज भी हिंसा में घायल हो गए थे। अब चुनाव आयोग आदेश के बाद शक्तीपुर की कानून व्यवस्था पुलिस हेडक्वार्टर के हाथ में है। चुनाव आयोग ने कहा है कि सस्पेंड किए गए अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट भी तैयार की जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने ही रामनवमी के मौके पर हिंसा भड़काई थी। इसी प्लान के तहत मुर्शिदाबाद के डीआईजी मुकेश कुमार को उस दिन शिफ्ट कर दिया गया था। उन्होंने कहा, यह हिंसा पहले से ही निर्धारित थी। भाजपा विधायक ने एक दिन पहले भी हंगामा किया था। इसके अलावा वह रामनवमी के मौके पर हथियार लेकर क्यों गए थे। मैं भाजपा कमीशन से पूछान चाहती हूं कि रामनवमी से पहले डीआईजी को क्यों हटा दिया गया। क्या भाजपा की मदद से यह सब किया गया था।
वहीं भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर कहा था कि शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे रामनवमी के जुलूस पर कुछ उपद्रवियों ने हमला कर दिया। वहीं ममता की पुलिस उपद्रवियों का साध दे रही थी और श्रद्धालुओँ पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही थी। इसके बाद जुलूस को तितर-बितर कर दिया गया।