कनाडा के इमिग्रेशन मंत्री का बड़ा ऐलान, ‘स्टडी परमिट कनाडा में PR की गारंटी नहीं’
नई दिल्ली: कनाडा जा रहे या वहां रह रहे भारतीय छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। कनाडा का स्टडी परमिट कनाडा की स्थायी नागरिकता (पीआर) पाने की गारंटी नहीं देते हैं और वे सिर्फ इसके सहारे ही कनाडा के सिटीजन नहीं बन सकते हैं। कनाडा सरकार के इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने यह चेतावनी दी है। इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को कहा कि वह पूरी जानकारी लेकर ही कनाडा आएं। दरअसल कनाडा इस समय रिकॉर्ड संख्या में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को एडजस्ट करने के लिए संघर्ष कर रहा है। मिलर ने कहा है कि जरूरी नहीं है कि स्टडी वीजा पीआर का रास्ता हो। कनाडा सरकार ने ऐसा कोई वादा नहीं किया है।
उन्हें कनाडा में स्किल हासिल कर अपने देश वापिस जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने कनाडा में इमिग्रेशन बढ़ाने को लेकर एक आम राय बनाई थी लेकिन अब इसमें कमी देखी जा रही है। हालांकि कई इमिग्रेशन जानकारों का कहना है कि यदि सरकार सख्ती करना चाहती है तो वह एक्सप्रेस एंट्री के जरिए अभी भी ब़ड़ी संख्या में लोगों को पीआर क्यों दे रही है।
पूरे कनाडा में प्रदर्शन : कनाडा में रहने की इच्छा रखने वाले भारत के इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ने अपने लिए बढ़ती मुश्किलें देख मैनिटोबा, प्रिंस एडवर्ड आइलैंड और ओंटारियो में विरोध प्रदर्शन भी किए हैं। जानकारी के अनुसार, ओटावा इस साल 300,000 से कम नए स्टडी परमिट ही जारी करेगा, जबकि 2023 में यह संख्या 437,000 रही। वहीं, इस साल मई तक 216,620 अध्ययन परमिट प्रभावी हो गए हैं।