देश में चिप बनाने की कोशिशों को बड़ा झटका, वेदांता से बाहर हुई ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन
नई दिल्ली : देश में ही चिप (सेमीकंडक्टर) बनाने से जुड़ी कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। ताइवान (Taiwan) की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) ने सोमवार को कहा है कि वह दिग्गज भारतीय कंपनी वेदांता लिमिटेड के साथ 19.5 अरब डॉलर वाले सेमीकंडक्टर ज्वाइंट वेंचर (संयुक्त उपक्रम) से हट गई है। वेदांता के शेयर सोमवार को बीएसई में 282.25 रुपये पर बंद हुए हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स मेकर फॉक्सकॉन (Foxconn) और वेदांता लिमिटेड ने गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले प्रॉडक्शन प्लांट्स लगाने के लिए पिछले साल एक समझौते पर दस्तखत किए थे। ताइवान की कंपनी ने एक बयान में कहा है, ‘फॉक्सकॉन ने यह फैसला किया है कि वह वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर पर आगे नहीं बढ़ेगा।’ हालांकि, फॉक्सकॉन ने ज्वाइंट वेंचर से हटने के कारण नहीं बताए हैं।
फॉक्सकॉन (Foxconn) ने कहा है कि ‘एक शानदार सेमीकंडक्टर आइडिया को हकीकत’ में बदलने के लिए उसने एक साल से ज्यादा समय तक वेदांता के साथ काम किया। लेकिन, उन्होंने आपस में मिलकर ज्वाइंट वेंचर खत्म करने का फैसला किया और अब वह वेदांता के पूर्ण मालिकाना वाली इकाई से अपना नाम हटाएगी। वेदांता ने फिलहाल इस मामले में कोई त्वरित प्रतिक्रिया नहीं दी है। फॉक्सकॉन, iPhones और ऐपल के दूसरे प्रॉडक्ट्स के असेंबलिंग के लिए जानी जाती है, लेकिन अपने बिजनेस को डायवर्सिफाइ करने के लिए हाल के सालों में चिप मेकिंग में एक्सपैंड कर रही है।