इंदौर की पटाखा फैक्ट्री में बड़ा धमाका, कई मजदूर झुलसे, हरदा ब्लास्ट के जख्म हुए हरे
इंदौर: इंदौर की पटाखा फैक्ट्री में बड़ा धमाका हुआ है जिसमें कई मजदूर झुलसने की जानकारी है। बताया जा रहा है कि कई मजदूर अवैध रूप से रस्सी बम बना रहे थे, इसी दौरान धमाका हुआ और हादसे में कई मजदूर गंभीर घायल हो गए। 4 घायलों को चोइथराम अस्पताल पहुंचाया गया है। वही फायर की टीम भी मौके पर पहुंची है। इंदौर कलेक्टर चोइथराम हॉस्पिटल में घायलों का हाल जानने पहुंचे हैं।
घटना महू के समीप आंबा चंदन गांव की है। यहां अवैध रूप से चलाई जा रही पटाखा फैक्ट्री में आग लगी गई। फैक्ट्री में प्रशासन के नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से रस्सी बम बनाया जा रहा था। इंदौर की इस फैक्ट्री में एक के बाद एक कई धमाके हुए जिसमें कई मजदूर चपेट में आए हैं। हरदा में हुए हादसे के बाद प्रशासन ने फ़ैक्ट्री की अनुमति पहले रद्द कर रखी थी उसके बाद भी बिना अनुमति से मजदूर पटाखे बनाए जा रहे थे। राऊ निवासी शकीर खान की पटाखा बनाने की आम्बा चंदन में है फैक्ट्री है जिसकी 1 अप्रैल को लाइसेंस अवधि समाप्त हो गई थी। अभी तक प्रशासन ने लाइसेंस रिन्यू नहीं किया था।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक, महू तहसील में चोरल मार्ग पर आबाचंदन गांव के पास जंगल में एक फटाखा फैक्ट्री में आग लगने से तीन मजदूर घायल हुए हैं। इन मजदूरों का इंदौर के निजी अस्पताल इलाज कराया जा रहा है। पटाखा फैक्ट्री के संचालक शाकिर खान है आग लगने के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। हरदा फटाखा फैक्ट्री हादसे के बाद जो जांच हुई थी उसमें इस फैक्ट्री की भी जांच की गई थी। फिलहाल इस पूरे ही मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए गए हैं। गांव के पास जंगल में यह पटाखे बनाने की फैक्ट्री चल रही थी जिसके 12 दूर-दूर स्ट्रक्चर है।
आग बुझाने के संसाधन भी मौजूद है जिसमें से एक स्ट्रक्चर में आग लगी जिसमें तीन मजदूर काम कर रहे थे जो आग में झुलसने से घायल हो गए हैं। पटाखा फैक्ट्री से 10 से 15 मजदूर काम कर रहे थे। इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं कि आग लगने केक्या कारण है?