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South Korea plane crash को लेकर बड़ा खुलासा, हादसे से कुछ मिनट पहले पायलट ने भेजा था ‘मेडे’ अलर्ट लेकिन…

न्यूयार्क: दक्षिण कोरिया में रविवार को जेजू एयर एयरलाइंस का बोइंग 737-800 विमान हादसे का शिकार हो गया। थाईलैंड से दक्षिण कोरिया आ रहा यह विमान मुआन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते समय क्रैश हो गया। हादसे में 179 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग चमत्कारिक रूप से बच गए। हादसे की वजह पक्षियों से टकराव को माना जा रहा है। विमान रनवे पर फिसलते हुए दीवार से टकरा गया और फिर उसमें आग लग गई। विमान में 181 लोग सवार थे। यह हादसा दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े विमान हादसों में से एक बताया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुआन एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने पायलट को पक्षियों से टकराने की चेतावनी दी थी। ऐसा माना जा रहा है कि पक्षियों के टकराने से विमान के लैंडिंग गियर में खराबी आई और लैंडिंग के वक्त यह गियर खुल नहीं पाया। हादसे से कुछ मिनट पहले पायलट ने ‘मेडे’ अलर्ट भेजा था। ‘मेडे’ शब्द का इस्तेमाल गंभीर आपातकालीन स्थिति में किया जाता है, जब यात्रियों की जान को बड़ा खतरा हो। दुर्घटनाग्रस्त विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर लिए गए हैं। इन्हें जांच के लिए भेजा गया है।

अमेरिका की एक जांच टीम भी हादसे की जांच में स्थानीय अधिकारियों की मदद कर रही है। विमान में सवार दो लोग, एक फ्लाइट अटेंडेंट और एक 25 वर्षीय युवती, चमत्कारिक रूप से बच गए। फ्लाइट अटेंडेंट को गंभीर फ्रैक्चर हुआ है, लेकिन उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। युवती के सिर और टखने में चोटें आई हैं। दक्षिण कोरिया सरकार ने इस हादसे के बाद सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। मृतकों की पहचान का काम जारी है, और अब तक 65 शवों की पहचान हो चुकी है। एयरपोर्ट पर परिजनों का रोना और मातम जारी है।

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