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कारगिल की सरहद पर बिहार का लाल मनीष कुमार शहीद, तीन महीने पहले हुई थी शादी

पटना: जम्मू-कश्मीर के कारगिल में तैनात नवादा जिले के पांडेयगंगौट गांव निवासी भारतीय सेना के जवान मनीष कुमार ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। 22 वर्षीय मनीष, ऑपरेशन रक्षक के तहत कारगिल में तैनात थे। बुधवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और वे बेहोश हो गए। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सेना द्वारा उनके पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के बाद गांव भेजा जा रहा है, जो शुक्रवार तक पहुंचने की संभावना है।

शादी को हुए थे महज तीन महीने, परिवार में पसरा मातम
मनीष कुमार की शहादत की खबर मिलते ही उनके घर में कोहराम मच गया। परिवारजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं उनकी मां की तबीयत भी बिगड़ गई है। खास बात यह है कि मनीष की शादी हाल ही में, 6 मार्च 2025 को हुई थी। शादी को अभी तीन महीने भी पूरे नहीं हुए थे। मनीष चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे, जिनमें से दो भाई भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं। यह दुखद खबर पूरे गांव और कौआकोल प्रखंड को गहरे शोक में डुबो गई है।

गांव में पसरा सन्नाटा, हर आंख नम
शहादत की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने परिवार से मिलकर संवेदनाएं प्रकट कीं। ग्रामीणों ने मनीष को बेहद विनम्र, मिलनसार और जिंदादिल युवा बताया।

वीरता की अमिट छाप छोड़ गए मनीष
देश की रक्षा करते हुए मनीष ने जो बलिदान दिया, वह कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। गांव के लोग उनके बलिदान पर गर्व महसूस कर रहे हैं, लेकिन इस असमय क्षति से हर कोई दुखी है। मनीष जैसे जवानों की वजह से ही हमारा देश सुरक्षित है। उनके अदम्य साहस और सेवा भावना को सलाम।

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